DC बनाम MI: ललित-अक्षर ने दिलाई दिल्ली को जीत, मैच में बने ये रिकॉर्ड्स
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 के दूसरे मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने मुंबई इंडियंस (MI) को चार विकेट से हरा दिया है। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ईशान किशन (81*) की बदौलत 177/5 का स्कोर खड़ा किया था। दिल्ली ने ललित यादव (48*) की शानदार पारी की बदौलत मुकाबले को अपने नाम किया। आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला और क्या बने इसमें रिकॉर्ड्स।
इस तरह दिल्ली ने जीता मुकाबला
किशन (81*) और रोहित शर्मा (41) की बदौलत मुंबई ने 177/5 का स्कोर खड़ा किया था। दिल्ली के लिए कुलदीप यादव ने सबसे अधिक तीन विकेट हासिल किए। स्कोर का पीछा करते हुए दिल्ली ने 14वें ओवर में 104 के स्कोर पर छह विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद ललित ने 38 गेंदों में नाबाद 48 और अक्षर ने 17 गेंदों में नाबाद 38 रन बनाते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई।
नाबाद 81 रन बनाकर किशन ने बनाए ये रिकॉर्ड्स
किशन ने 48 गेंदों में 81 रनों की नाबाद पारी खेली जिसमें 11 चौके और दो छक्के शामिल रहे। IPL में ओपनर के रूप में किशन का बल्लेबाजी औसत 63.60 का हो गया है। कम से कम 500 रन बनाने वाले ओपनर्स में किशन सबसे अधिक औसत रखने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। 2020 सीजन से यह किशन का ओपनर के रूप में सात पारियों में पांचवां अर्धशतक था।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
पिछले सीजन के आखिरी दो मैचों में अर्धशतक लगाने वाले किशन ने मुंबई के लिए लगातार तीसरा अर्धशतक लगाया है। सचिन तेंदुलकर के बाद वह मुंबई के लिए लगातार तीन अर्धशतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बने हैं।
रोहित ने बनाए ये रिकॉर्ड्स
मुंबई के कप्तान रोहित ने शुरुआत में 32 गेंदों में 41 रनों की अच्छी पारी खेली। वह दिल्ली के खिलाफ 900 या उससे अधिक रन बनाने वाले केवल दूसरे बल्लेबाज बने हैं। रोहित ने दिल्ली के खिलाफ 32.50 की औसत के साथ 910 रन बनाए हैं। दिल्ली के खिलाफ सबसे अधिक रन विराट कोहली (913) ने बनाए हैं। रोहित के नाम IPL में कुल 5,652 रन हो गए हैं।
कुलदीप ने की है सीजन की शानदार शुरुआत
कुलदीप यादव ने गेंद से शानदार काम किया और IPL में बेहतरीन वापसी की है। कुलदीप ने चार ओवर में केवल 18 रन ही खर्च किए और तीन विकेट अपने नाम किए। 2019 सीजन की शुरुआत से लेकर अब तक खेले 15 मैचों में यह कुलदीप का बेस्ट प्रदर्शन है। पिछले तीन सीजन में मिलाकर कुलदीप ने केवल 14 ही मैच खेले थे। पिछले सीजन तो उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था।