DC बनाम RCB: ऐसा रहा है दोनों टीमों का एक-दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2021 का 22वां मैच 27 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स (DC) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के बीच खेला जाएगा।
ऋषभ पंत की अगुवाई में DC ने अब तक पांच में से चार मैचों में जीत दर्ज की है। दूसरी तरफ विराट कोहली की कप्तानी में RCB ने भी पांच में से चार मैचों में जीत हासिल की है।
आइए जानते हैं अब तक एक-दूसरे के खिलाफ कैसा रहा है दोनों टीमों का प्रदर्शन।
हेड-टू-हेड
बैंगलोर ने जीते हैं ज्यादा मैच
अब तक हुए मुकाबलों में RCB की टीम ज्यादा मैच जीतने में सफल रही है। Cricketpedia के मुताबिक अब तक दोनों टीमों के बीच कुल 25 मैच खेले गए हैं, जिसमें से 14 में RCB ने जीत दर्ज की है। दूसरी तरफ DC सिर्फ 10 मुकाबलों में ही जीत हासिल कर सकी है।
इनके अलावा एक मुकाबले का कोई परिणाम नहीं निकल सका है। वहीं पिछले सीजन में दोनों मैचों में DC ने जीते हैं।
बैंगलोर
बैंगलोर के इन खिलाड़ियों ने किया है शानदार प्रदर्शन
RCB की मौजूदा टीम से विराट कोहली ने DC के खिलाफ 23 मैचों में 59.80 की अविश्वसनीय औसत से सर्वाधिक 897 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने आठ अर्धशतक भी लगाए हैं।
वहीं एबी डिविलियर्स ने 17 मैचों में 52.66 की औसत और 164 के स्ट्राइक रेट से 474 रन बनाए हैं।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में युजवेंद्र चहल ने DC के खिलाफ 13 मैचों में 3/32 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ 14 विकेट लिए हैं।
दिल्ली
दिल्ली के इन खिलाड़ियों ने किया है शानदार प्रदर्शन
DC की मौजूदा टीम से आजिंक्या रहाणे ने RCB के खिलाफ 21 मैचों में 37.58 की औसत से 639 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतक भी लगाए हैं।
वहीं शिखर धवन ने 21 मैचों में 73* के सर्वोच्च स्कोर के साथ 566 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने छह अर्धशतक भी लगाए हैं।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में अक्षर पटेल ने 14 मैचों में 3/11 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ 15 विकेट लिए हैं।
रिकार्ड्स
मैच में बन सकते हैं ये रिकार्ड्स
शिखर धवन के अब तक 181 मैचों में 5,456 रन हैं। वह 5,500 रनों को आंकड़े को पार करने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बन सकते हैं।
शिखर रनों के मामले में सुरेश रैना (5,472) को पीछे छोड़ सकते हैं।
अगर अजिंक्या रहाणे (3,941) खेलते हैं तो वह लीग में 4,000 रन पूरे कर सकते हैं।
विकेटों के मामले में कगीसो रबाडा, जैक्स कैलिस (65) और सिद्धार्ध त्रिवेदी (65) से आगे निकल सकते हैं।