भारतीय पुरुष टीम से कहीं बेहतर है भारतीय महिला फुटबॉल टीम- सुनील छेत्री
चाहे बात रैंकिंग की करें या फिर हालिया प्रदर्शन की, कई मायनों में भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने खुद को पुरुष फुटबॉल टीम से बेहतर साबित किया है। इस बात पर कोई बहस करने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि खुद भारत के सबसे बड़े फुटबॉल स्टार सुनील छेत्री का भी यही मानना है। लगातार पांचवी बार SAFF चैंपियनशिप जीतने के बाद महिला टीम को बधाई देते हुए छेत्री ने उन्हें पुरुष टीम से कहीं बेहतर बताया है।
महिला टीम पर काफी गर्व है- छेत्री
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि उनके हिसाब से भारत की महिला टीम पुरुषों की अपेक्षा कहीं बेहतर है। इसके अलावा कप्तान ने कहा कि उन्हें महिला टीम पर काफी गर्व है। दुनिया के दूसरे सबसे ज़्यादा इंटरनेशनल गोल दागने वाले एक्टिव खिलाड़ी छेत्री ने महिला खिलाड़ियों के लिए आगे कहा, "म्यांमार में अपना बेस्ट दीजिए। मैं आप लोगों को हमेशा फॉलो करता हूं। लगातार बढ़िया काम करते रहिए।"
काफी बढ़िया है महिला टीम की फीफा रैंकिंग
पुरुष टीमों की बात करें तो फीफा रैंकिंग में कुल 211 देश हैं। भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम फिलहाल फीफा रैंकिंग में 103वें स्थान पर है। पिछले साल भारतीय टीम टॉप-100 में जगह बनाने में सफल रही थी। भारतीय महिला टीम की बात करें तो पुरुषों के मुकाबले उनकी फीफा रैंकिंग काफी बेहतर है। भारतीय महिला टीम फीफा रैंकिंग में 62वें स्थान पर हैं। महिला टीमों में कुल 152 देश फीफा रैंकिंग में शामिल हैं।
लगातार पांचवी बार SAFF चैंपियन बनी है भारतीय टीम
भारतीय महिला फुटबॉल टीम का प्रदर्शन इतना शानदार रहा है कि वे लगातार पांच बार SAFF चैंपियन्स बने हैं। बीते शुक्रवार को ही भारतीय टीम ने नेपाल को फाइनल में 3-1 से हराकर लगातार पांचवी बार खिताब पर अपना कब्जा जमाया। डालिमा छिब्बर ने एक बेहद खूबसूरत फ्री-किक गोल दागा था जिसके बाद से वह लगातार इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इसके अलावा छिब्बर को टूर्नामेंट का सबसे वैल्यूएबल प्लेयर भी चुना गया था।
मैच में पड़े गोल्स के वीडियो
ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेगी भारतीय महिला फुटबॉल टीम
भारतीय महिला फुटबॉल टीम अब ओलंपिक क्वालीफायर्स के दूसरे राउंड में हिस्सा लेगी जो 3 अप्रैल से म्यांमार में खेला जाएगा। इस क्वालीफायर में भारत के अलावा मेज़बान म्यांमार, नेपाल और इंडोनेशिया भी हिस्सा लेंगे। महिला टीम की मुख्य कोच मायमल रॉकी का कहना है कि SAFF कप जीतने के बाद उनकी टीम को ओलंपिक क्वालीफायर्स में उतरने से पहले बड़ा बूस्ट मिला है जिसका फायदा उन्हें म्यांमार में मिलेगा।