महिला क्रिकेट: भारत ने इंग्लैंड को हराया, दर्ज की टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत
क्या है खबर?
नवी मुंबई में खेले गए इकलौते टेस्ट में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम को 347 रन से हरा दिया। यह महिला टेस्ट इतिहास में किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत है।
मैच के तीसरे दिन जीत के लिए 479 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम दूसरी पारी में 131 रन बनाकर सिमट गई। यह भारत की इंग्लैंड पर टेस्ट में तीसरी जीत है।
आइए मैच में बने रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
भारत ने दर्ज की जोरदार जीत
भारत ने अपनी पहली पारी में सभी विकेट खोकर 428 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। भारत से दीप्ति शर्मा, शुभा सतीश, यास्तिका भाटिया और जेमिमा रोड्रिगेज ने अर्धशतक लगाए थे।
जवाब में इंग्लिश टीम महज 35.3 ओवर खेलकर 136 रन पर ही सिमट गई।
मजबूत बढ़त हासिल करने वाली मेजबान टीम ने अपनी दूसरी पारी 186/6 के स्कोर पर घोषित की।
मैच की चौथी पारी में भी इंग्लिश बल्लेबाजों ने निराश किया और टीम सस्ते में सिमट गई।
दीप्ति
दीप्ति ने बल्लेबाजी में बनाया अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर
दीप्ति ने पहली पारी में 113 गेंदों पर 67 रन बनाए। इस बीच उन्होंने स्नेह राणा के साथ मिलकर 92 रन की साझेदारी भी की। अपनी इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 1 छक्का भी जड़ा।
यह दीप्ती के टेस्ट करियर का तीसरा अर्धशतक रहा। इसके साथ-साथ यह उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी रही। बेल ने उनका विकेट चटकाया।
अपनी दूसरी पारी में वह 18 गेंदों पर 20 रन बनाकर आउट हो गई।
गेंदबाजी
दीप्ति ने मैच में लिए कुल 9 विकेट
बल्ले से कमाल करने वाली दीप्ति ने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान 5 विकेट (5/7) लिए। वह इंग्लैंड खिलाफ दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला गेंदबाज बनी हैं।
इस टीम के विरुद्ध उनसे बेहतर प्रदर्शन सिर्फ नीतू डेविड (8/53) ने साल 1995 में किया है।
दीप्ति और नीतू के अलावा इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों में पूर्णिमा राव (1 बार) और झूलन गोस्वामी (3 बार) 5 विकेट हॉल ले चुकी हैं।
दूसरी पारी में उन्होंने 4 विकेट लिए।
जानकारी
दीप्ति ने हासिल की ये उपलब्धि
दीप्ति टेस्ट की एक पारी में अर्धशतक के साथ-साथ 5 विकेट लेने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनी हैं। वह ऐसा कारनामा करने वाली सिर्फ दूसरी भारतीय बनी। शुभांगी कुलकर्णी 1985 में न्यूजीलैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र अन्य भारतीय हैं।
भारत
भारतीय टीम ने बनाए ये रिकॉर्ड्स
इकलौते टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने 7 विकेट खोकर 410 रन बनाए। भारत महिला टेस्ट मैच के एक ही दिन में 400 से अधिक रन बनाने वाली इतिहास की दूसरी टीम बन गई।
इससे पूर्व इंग्लैंड (431/4 रन बनाम न्यूजीलैंड, 1935) भी एक बार ऐसा कर चुकी है।
भारत ने पहली पारी में 428 रन बनाए। यह भारतीय महिला टीम का टेस्ट इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर रहा।
यास्तिका
यास्तिका ने लगाया पहला अर्धशतक
अपना दूसरा ही टेस्ट मैच खेल रही विकेटकीपर बल्लेबाज यास्तिका ने अपनी बल्लेबाजी क्लास का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करते हुए शानदार बल्लेबाजी की।
उन्होंने 75.00 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 88 गेंदों में 66 रन बनाए। उन्होंने इस पारी में पारी में 10 चौके और 1 छक्का भी जमाया। यह उनके महिला टेस्ट क्रिकेट करियर का पहला ही अर्धशतक रहा।
अपनी दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 9 रन बनाए।
शुभा
शुभा सतीश ने अर्धशतक लगाकर बनाया रिकॉर्ड
अपना टेस्ट डेब्यू कर रही सतीश ने अपनी पहली पारी में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई और 49 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
वह 76 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से 69 रन की पारी खेलकर आउट हुई।
सतीश महिला टेस्ट क्रिकेट में दूसरी सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाली भारतीय महिला बल्लेबाज बनी। बता दें कि टेस्ट में सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाली भारतीय संगीता दबीर (40 गेंद, साल 1995) हैं।
जानकारी
भारतीय महिला टीम ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत
यह रनों के लिहाज से महिला क्रिकेट में किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले इस प्रारूप में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड श्रीलंका (309 रन, बनाम पाकिस्तान, 1998) के नाम दर्ज था।