भारतीय महिला टीम ने भी न्यूज़ीलैंड में रचा इतिहास, 24 साल बाद जीती वनडे सीरीज़
भारतीय पुरूष टीम के न्यूज़ीलैंड में वनडे सीरीज़ जीतने के बाद भारतीय महिला टीम ने भी न्यूज़ीलैंड में वनडे सीरीज़ अपने नाम कर ली है। दरअसल तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के दूसरे वनडे में भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड को 8 विकेट से हराकर सीरीज़ 2-0 से अपने नाम कर ली है। न्यूज़ीलैंड की टीम पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 161 रनों पर सिमट गई थी। जिसके जवाब में भारत ने 2 विकेट खोकर आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया।
24 साल बाद भारतीय महिला टीम ने न्यूज़ीलैंड में जीती वनडे सीरीज़
दूसरे वनडे में 8 विकेट से जीत हासिल कर भारतीय टीम ने 2-0 से सीरीज़ अपने नाम की। इसके साथ ही भारतीय महिला टीम ने 24 साल बाद न्यूज़ीलैंड में वनडे सीरीज़ जीती है। इससे पहले 1995 में भारत ने 1-0 से सीरीज़ जीती थी।
भारतीय महिला गेंदबाज़ों ने किया शानदार प्रदर्शन
टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी करने का भारतीय टीम का फैसला सही साबित हुआ। भारतीय टीम की घातक गेंदबाज़ी के आगे न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों की एक न चली और पूरी टीम 44.2 ओवर में 161 रनों पर सिमट गई। भारत के लिए झूलन गोस्वामी ने 23 रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं एकता बिष्ट, दीप्ति शर्मा और पूनम यादव ने 2-2 बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाया। इसके साथ ही शिखा पांडे को भी एक विकेट मिला।
मिताली ने खेली कप्तानी पारी
162 रनों के लक्ष्य का पीछे करने उतरी भारतीय टीम की खराब शुरूआत के बाद चार नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरी कप्तान मिताली राज ने शानदार 63 रनों की नाबाद पारी खेली। मिताली ने अपनी अर्धशतकीय पारी में चार चौके और दो गगनचुंबी छक्के लगाएं। इसके साथ ही मिताली ने वनडे क्रिकेट में अपना 52वां अर्धशतक भी पूरा किया। मिताली ने तीसरे विकेट के लिए मंधाना के साथ मिलकर 151 रनों की नाबाद साझेदारी की।
इस रिकॉर्ड में कोहली और धोनी से भी आगे निकल गई मिताली राज
सफल चेज़ करते हुए सबसे ज़्यादा औसत से रन बनाने के मामले भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज कोहली (96.23) और धोनी (103.07) से भी आगे निकल गई हैं। सफल चेज़ करते हुए मिताली का औसत 111.29 का है।
स्मृति मंधाना ने खेली मैच विनिंग पारी
न्यूज़ीलैंड से मिले 162 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना ने शानदार मैच विनिंग पारी खेली। स्मृति मंधाना ने 83 गेंदों में 13 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 90 रन बनाएं। एक समय भारत 15 रनों पर अपने 2 विकेट गंवा चुका था, लेकिन मंधाना की आतिशी पारी ने भारत को आसानी से जीत दिला दी। मंधाना की इस पारी के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' का खिताब मिला।