Page Loader
फारूख इंजीनियर बोले- चयनकर्ताओं ने विश्व कप के समय सिर्फ अनुष्का को चाय पिलाई

फारूख इंजीनियर बोले- चयनकर्ताओं ने विश्व कप के समय सिर्फ अनुष्का को चाय पिलाई

लेखन Neeraj Pandey
Oct 31, 2019
05:34 pm

क्या है खबर?

पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर ने एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली भारतीय चयन कमेटी पर करारा प्रहार किया है। इंजीनियर ने प्रसाद एंड कंपनी को मिकी माउस सिलेक्शन कमेटी का नाम दिया। उन्होंने यह भी कहा है कि सिलेक्शन कमेटी 2019 विश्व कप के दौरान विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा को चाय परोस रही थी। आइए जानते हैं कि इंजीनियर ने चयन कमेटी पर और क्या-क्या प्रहार किए हैं।

सवाल

चयनकर्ता किस तरह क्वालीफाइड हैं?- इंजीनियर

इंजीनियर ने सिलेक्शन कमेटी पर जमकर भड़ास निकाली और उनकी पात्रता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "किस तरह सिलेक्टर्स क्वालीफाइड हैं? उन सब ने मिलाकर भी क्या 10-12 टेस्ट मैच खेले हैं? विश्व कप के दौरान मैं एक सिलेक्टर को तो पहचान भी नहीं सका, लेकिन वह भारत का ब्लेजर पहने हुए था और उसने कहा कि वह भारतीय टीम के सिलेक्टर्स में से एक है।"

करियर

चयनकर्ता टीम के किसी सदस्य का नहीं रहा है लंबा करियर

जब आप भारतीय सिलेक्शन कमेटी पर नजर डालते हैं तो पता चलता है कि इसके किसी भी सदस्य का भारतीय टीम के साथ करियर ज़्यादा लंबा नहीं रहा है। चयनकर्ता टीम के हेड एमएसके प्रसाद ने भारत के लिए छह टेस्ट और 17 वनडे मैच ही खेले हैं। अन्य चार सदस्यों में देवांग गांधी (चार टेस्ट और तीन वनडे), सरनदीप सिंह (तीन टेस्ट और पांच वनडे), जतिन परांज्पे (चार वनडे) और गगन खोड़ा (दो वनडे) शामिल हैं।

जानकारी

वे केवल अनुष्का को चाय परोस रहे थे- इंजीनियर

इंजीनियर ने यह भी कहा कि उन्होंने केवल यही देखा कि विश्व कप 2019 के दौरान भारतीय सिलेक्टर्स केवल अनुष्का शर्मा को चाय परोस रहे थे।उन्होंने कहा, "वे केवल एक ही काम कर रहे थे और वह था अनुष्का के लिए चाय लाना।"

सिलेक्शन कमेटी

सिलेक्शन कमेटी पर लंबे समय से उठ रहे हैं सवाल

2019 विश्व कप से भारतीय टीम के बाहर हो जाने के बाद सिलेक्शन कमेटी पर काफी सवाल खड़े किए गए थे। सिलेक्टर्स को अंबाती रायडू को बाहर करने के लिए भी निशाने पर लिया जा रहा था। प्रसाद की अगुवाई वाली सिलेक्शन कमेटी लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए समस्या बनी नंबर-4 की पोजीशन का हल नहीं निकाल पाई थी। यह समस्या अभी भी बनी हुई है।