तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने खेला 100वां फर्स्ट क्लास मैच, जानिए उनके प्रमुख आंकड़े
क्या है खबर?
तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट मंगलवार को अपने फर्स्ट क्लास (FC) करियर का 100वां मैच खेलने मैदान में उतरे। वे रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की ओर से आंध्र प्रदेश के खिलाफ मैच खेल रहे हैं।
उनादकट ने टूर्नामेंट में सौराष्ट्र को हैदराबाद और दिल्ली के खिलाफ पारी से जीत दिलाई थी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने दिल्ली के खिलाफ ऐतिहासिक हैट्रिक भी ली थी।
उन्होंने बांग्लादेश सीरीज के दौरान 12 साल बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी की थी।
वाक्या
उनादकट के डेब्यू का एक दिलचस्प किस्सा
उनादकट ने अपने FC डेब्यू से पहले की एक दिलचस्प कहानी साझा की। मैच से एक दिन पहले बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज की अंगुली में चोट लग गई थी।
उनादकट ने कहा, "मैं खून से लथपथ उंगली के के साथ खेला था, हे भगवान, वह अहसास असली था। आज, मैं गर्व से कह सकता हूं कि मैंने उसी दृष्टिकोण और जुनून के साथ 99 मैच खेले, जैसा मैंने पहला मैच खेलते समय किया था।"
ट्विटर पोस्ट
उनादकट से साझा की पुरानी याद
On the eve of my 100th first-class game, I want to take a moment and reflect on this journey which has been filled with emotions, passion pride!
— Jaydev Unadkat (@JUnadkat) January 16, 2023
I remember the moment when i made my first-class debut vividly. I had injured my bowling finger a day before the game.. pic.twitter.com/lUHoxubNeL
आंकड़े
उनादकट के FC आंकड़ों पर एक नजर
उनादकट का FC क्रिकेट करियर काफी शानदार रहा है।
वर्तमान मुकाबले से पहले से इस तेज गेंदबाज ने 99 मैचों में 22.65 की गेंदबाजी औसत से 370 विकेट लिए। उन्होंने 21 बार पारी में पांच विकेट और पांच बार मैच में 10 विकेट लिए हैं।
रणजी ट्रॉफी 2019-20 सीजन में उन्होंने कुल 67 विकेट हासिल किए थे।
वे सीजन में दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उनसे अधिक विकेट बिहार के आशुतोष अमन (68) के थे।
हैट्रिक
उनादकट की यादगार हैट्रिक
उनादकट ने इसी रणजी सत्र में दिल्ली क्रिकेट टीम के खिलाफ यादगार हैट्रिक दर्ज की थी।
उन्होंने के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर ध्रुव शौरी को आउट किया। इसके बाद अगली दो गेंदों पर वैभव रावल और कप्तान यश ढुल उनका शिकार बने थे।
यह उनादकट की पहली रणजी ट्रॉफी हैट्रिक थी। उनकी यह हैट्रिक कई मायनों में खास थी।
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में वे अकेले ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने पहले ओवर में हैट्रिक ली।
वापसी
टेस्ट टीम में 12 साल बाद वापसी
दिसंबर 2010 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले उनादकट को अपना दूसरा मैच खेलने के लिए 12 साल से अधिक इंतजार करना पड़ा।
उन्होंने पिछले महीने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपनी बहुप्रतीक्षित वापसी की।
इस अनुभवी खिलाड़ी के नाम एक भारतीय क्रिकेटर द्वारा दो टेस्ट के बीच सबसे लंबे अंतराल का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
उनादकट ने उस मैच में तीन विकेट लिए थे। भारत ने उस मैच को तीन विकेट से अपने नाम किया था।
जानकारी
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए टीम में शामिल किए गए उनादकट
उनादकट को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के पहले दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। BCCI सीनियर चयन समिति ने पिछले हफ्ते भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान किया था।