
टेस्ट क्रिकेट: बतौर कप्तान इन भारतीय बल्लेबाजों ने अपने पहले टेस्ट में जड़ा है शतक
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के रूप में पहली बार मैदान पर उतरना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद खास होता है। जिम्मेदारी के इस दबाव में अगर कोई बल्लेबाज शतक जड़ दे, तो यह उपलब्धि और भी यादगार बन जाती है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे बल्लेबाज रहे हैं, जिन्होंने कप्तान के रूप में अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाकर मिसाल पेश की है। आइए ऐसे ही खिलाड़ियों पर एक नजर डाल लेते हैं।
#1
विजय हजारे (164 रन, 1951)
पहले स्थान पर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज विजय हजारे हैं। उन्होंने साल 1951 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में बतौर कप्तान अपने पहले ही मैच में नाबाद 164 रन की पारी खेली थी। यह उनके टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है। इस पारी की बदौलत भारत ने 418/6 का स्कोर खड़ा किया था और यह मुकाबला ड्रॉ रहा था। यह शतक किसी भी भारतीय कप्तान का डेब्यू टेस्ट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है।
#3
सुनील गावस्कर (116 रन, साल 1976)
साल 1976 में ऑकलैंड टेस्ट के दौरान सुनील गावस्कर ने बतौर कप्तान अपने पहले टेस्ट में 116 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 12 चौके और 1 छक्का निकला था। उनकी पारी के ही कारण न्यूजीलैंड के 266 रन के जवाब में भारत को मजबूत शुरुआत मिली। इस टेस्ट को भारत ने 8 विकेट से जीता था। गावस्कर की यह पारी उनकी कप्तानी की शानदार शुरुआत साबित हुई और वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे भारतीय कप्तान थे।
#3
विराट कोहली (115 रन, 2014)
साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ एडीलेड टेस्ट में विराट कोहली ने कप्तान के रूप में अपने पहले ही मैच में 115 रनों की शानदार पारी खेली थी। उन्होंने 184 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके लगाए थे और पहली पारी में टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया था। हालांकि, इस शानदार शतक के बावजूद भारत वह मुकाबला 48 रनों से हार गया था, लेकिन कोहली ने अपनी नेतृत्व क्षमता का पहला प्रभाव दमदार शतक से छोड़ा।
#4
शुभमन गिल (147 रन, 2025)
अब इस सूची में चौथे स्थान पर शुभमन गिल आ गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ कप्तान के तौर पर अपने पहले टेस्ट में उन्होंने 227 गेंदों में 147 रन बनाए। उनके बल्ले से 19 चौके और 1 छक्का निकला। यह उनके टेस्ट करियर का छठा और इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा शतक रहा। गिल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके कोहली की जगह नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। उन्हें रोहित शर्मा की जगह टीम की कप्तानी मिली है।