राष्ट्रमंडल खेल 2022: भारतीय पहलवानों का दबदबा, कुश्ती में जीते तीन गोल्ड सहित छह मेडल
क्या है खबर?
राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारतीय पहलवनों ने धमाकेदार शुरुआत की है। पहले ही दिन भारत ने कुश्ती में तीन गोल्ड मेडल जीत लिए। बजरंग पूनिया ने गोल्ड के साथ अगुवाई की और उनका पीछा करते हुए दीपक पुनिया और साक्षी मलिक ने भी गोल्ड जीता।
दो पहलवानों ने ब्रॉन्ज और एक ने सिल्वर मेडल जीता है। कुल मिलाकर भारत के लिए दिन काफी शानदार रहा।
आइए जानते हैं जरूरी बातें।
बजरंग पूनिया
बजरंग ने जीता लगातार दूसरा गोल्ड मेडल
पुरुषों की 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल फाइनल में बजरंग पूनिया ने 9-2 से जीत हासिल करते हुए गोल्ड जीता है। अपने सभी मैचों में बजरंग काफी दबदबे के साथ खेले और अधिकतर मैचों को उन्होंने दो मिनट के अंदर ही जीत लिया था।
यह राष्ट्रमंडल खेल में बजरंग का लगातार दूसरा गोल्ड मेडल है। 2018 में गोल्ड जीतने के अलावा उन्होंने 2014 में सिल्वर मेडल भी जीता था।
दीपक पूनिया
दीपक ने जीता पहला राष्ट्रमंडल मेडल
पुरुषों की 86 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में दीपक पूनिया ने पाकिस्तान के मुहम्मद इनाम को 3-0 से हराते हुए गोल्ड जीता है। दीपक के लिए यह पहला राष्ट्रमंडल मेडल है। उन्होंने अपने शुरुआती मुकाबले एकतरफा अंदाज में जीते थे।
सेमीफाइनल में कनाडा के एलेक्जेंडर मूरे ने दीपक के खिलाफ अच्छा डिफेंस दिखाया था और उन्हें 3-1 से हराने के लिए दीपक को काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी।
साक्षी मलिक
साक्षी ने जीता पहला राष्ट्रमंडल गोल्ड
महिलाओं की 62 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में कनाडा की पहलवान को हराते हुए साक्षी मलिक ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता है। 0-4 से पिछड़ने के बाद साक्षी ने शानदार वापसी की और पहलवान को चित करके जीत हासिल की।
2014 और 2018 में मेडल जीतने वाली साक्षी ने राष्ट्रमंडल खेल में लगातार तीसरी बार मेडल जीता है। उन्होंने अपने सभी मैचों में शानदार दबदबा दिखाया।
अन्य पहलवान
इन अन्य पहलवानों ने भी हासिल किए मेडल
19 वर्षीय महिला पहलवान अंशू मलिक ने 57 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीता है। अंशू ने सेमीफाइनल तक लगातार शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में उन्हें हार झेलनी पड़ी।
महिलाओं की 68 किलोग्राम भारवर्ग में दिव्या काकरन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 125 किलोग्राम भारवर्ग में भारतीय पुरुष पहलवान मोहित ग्रेवाल ने भी ब्रॉन्ज जीता है। मोहित ने केवल तीन मिनट और 30 सेकेंड के भीतर अपना मैच जीता।