भारत बनाम श्रीलंका: बेंगलुरु में हुए डे-नाइट टेस्ट की पिच को ICC ने दिया डिमेरिट प्वाइंट
क्या है खबर?
हाल ही में भारत और श्रीलंका के बीच बेंगलुुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में डे-नाइट टेस्ट खेला गया था। अब इस टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई पिच को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की तरफ से डिमेरिट प्वाइंट दिया गया है।
ICC एलीट पैनल के रेफरी जवागल श्रीनाथ ने पिच को औसत से भी खराब बताया है। भारत ने यह मैच तीन दिन के अंदर ही जीत लिया था।
लेखा-जोखा
238 रनों से जीता था भारत
भारत ने पहली पारी में केवल 252 रन बनाए थे जिसमें श्रेयस अय्यर (92) ने सर्वाधिक योगदान दिया था। जवाब में जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट लेते हुए श्रीलंका की पहली पारी 109 पर समेट दी थी।
दूसरी पारी भारत ने 303/9 के स्कोर पर घोषित की थी। 447 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका के लिए करुणारत्ने (107) के अलावा कोई बल्लेबाज अच्छा नहीं खेल सका और टीम 238 रनों से मैच हार गई थी।
रेटिंग का कारण
इस कारण दी जाती है पिचों को रेटिंग
ICC द्वारा हर अंतरराष्ट्रीय मैच के पिच और आउटफील्ड के प्रदर्शन की रेटिंग मिलती है। मैच रेफरी पिच को मार्क करते हैं।
बोर्ड के मुताबिक, "होस्ट नेशन को आगे की तैयारी के लिए निर्देश के तौर रेटिंग दी जाती है। यदि पिच या आउटफील्ड तय मानक के अनुसार नहीं होती है तो फिर होम बोर्ड को इसके लिए अपना पक्ष रखने का मौका मिलता है। खराब या अनफिट रेटिंग वाली पिच को मानक के विपरीत माना जाता है।"
खराब पिच
इस प्रकार की पिच को कहा जाता है खराब
ICC के मुताबिक जिस पिच पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए बराबर का मौका नहीं होता है उसे खराब करार दिया जाता है।
इसमें आगे कहा गया है, "यदि पिच बल्लेबाजों को अधिक मदद दे रही है और दोनों टीमों के गेंदबाज विकेट हासिल करने में असफल रहते हैं या फिर पिच गेंदबाजों को इतनी अधिक मदद देती है कि बल्लेबाजी करना बेहद कठिन हो जाता है तो पिच को खराब करार दिया जाएगा।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
यदि किसी पिच को खराब करार दिया जाता है तो उसे तीन डिमेरिट प्वाइंट मिलते हैं। पांच साल के अंदर किसी मैदान को पांच डिमेरिट प्वाइंट मिलते हैं तो फिर वह एक साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट होस्ट नहीं कर सकेगा।