
चौथा टी-20: भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दिया 170 रनों का लक्ष्य, कार्तिक ने लगाया अर्धशतक
क्या है खबर?
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच राजकोट में खेले जा रहे चौथे टी-20 मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 169/6 का स्कोर बनाया है। भारत के लिए दिनेश कार्तिक (55) ने सबसे अधिक रनों का योगदान दिया।
मेहमान टीम की ओर से लुंगी ने न्गीदी ने तीन ओवर में 20 रन खर्च करते हुए दो विकेट लिए और सबसे किफायती रहे।
आइए जानते हैं कैसी रही भारत की पारी।
पावरप्ले
शुरुआत में ही भारत ने गंवा दिए थे दो विकेट
भारत के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही और उन्होंने दूसरे ओवर में ही रुतुराज गायकवाड़ का विकेट गंवा दिया था। पिछले मैच में शानदार अर्धशतक लगाने वाले गायकवाड़ सात गेंदों में केवल पांच रन ही बना सके थे।
तीसरे ओवर की आखिरी गेंद पर 24 रनों के कुल योग पर श्रेयस अय्यर भी पवेलियन लौट गए थे। अय्यर ने दो गेंदों में चार रन बनाए थे। पावरप्ले में भारत ने 40 रन बनाए थे।
मध्यक्रम
81 रन तक भारत ने गंवा दिए थे चार विकेट
ईशान किशन ने कुछ आक्रामक शॉट लगाए, लेकिन सातवें ओवर की पहली गेंद पर ही वह भी आउट हो गए थे। किशन ने 26 गेंदों में 27 रनों की पारी खेली थी और 40 के कुल योग पर आउट हुए थे।
ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने पारी को संभालने की कोशिश की और दोनों ने चौथे विकेट के लिए 41 रन जोड़े। पंत 23 गेंदों में 17 रन बनाकर आउट हुए।
हार्दिक और कार्तिक
हार्दिक और कार्तिक ने की पांचवें विकेट के लिए अहम साझेदारी
81 के स्कोर पर चार विकेट गिर जाने के बाद कार्तिक और हार्दिक पंड्या ने पांचवें विकेट के लिए 33 गेंदों में 65 रनों की बेहद अहम साझेदारी की थी। इस साझेदारी में कार्तिक ने अहम भूमिका निभाई थी।
19वें ओवर की दूसरी गेंद पर हार्दिक के आउट होने से इस साझेदारी का अंत हुआ। हार्दिक ने 31 गेंदों में 46 रनों की पारी खेली थी जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल रहे थे।
दिनेश कार्तिक
कार्तिक ने लगाया पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक
13वें ओवर में क्रीज पर आने वाले दिनेश कार्तिक ने मुश्किल परिस्थितियों में शानदार बल्लेबाजी की और 26 गेंदों में अपना पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाया। कार्तिक ने 27 गेंदों में 55 रनों की पारी खेली जिसमें नौ चौके और दो छक्के शामिल रहे।
आपको बता दें कि कार्तिक ने 2006 में भारत द्वारा खेले गए पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भी हिस्सा लिया था और उन्हें पहला अर्धशतक लगाने में लगभग 16 साल का समय लगा है।