पिछले दो दशक में भारत में इकलौती टेस्ट सीरीज जीत सकी है इंग्लैंड टीम
क्या है खबर?
श्रीलंका को उसके घर पर 2-0 से टेस्ट सीरीज हराने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम अब भारत से चुनौती के लिए तैयार है।
अपने पिछले दौरे में इंग्लैंड को भारत में 0-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। ऐसे में कप्तान जो रूट हर हाल में इतिहास बदलना चाहेंगे।
ऐसे में आइए भारत और इंग्लैंड के बीच भारत में हुई टेस्ट सीरीज के पिछले पांच परिणामों पर एक नजर डालते हैं।
2016
जब 4-0 से जीता भारत
आखिरी बार 2016-17 में इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया था। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में विराट कोहली की कप्तानी में मेजबान टीम ने 4-0 से जीती थी। उस सीरीज में इंग्लैंड टीम की कप्तानी एलेस्टर कुक कर रहे थे।
पिछली सीरीज में भारत की ओर से विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय ने दो-दो शतक लगाए थे।
वहीं गेंदबाजी में अश्विन और जडेजा ने क्रमशः 28 और 26 विकेट लेकर सीरीज जीतने में अहम भूमिका निभाई थी।
2012
1-2 से भारत की हार
एलेस्टर कुक की कप्तानी में साल 2012 ने इंग्लैंड ने भारत को 2-1 से हराया था।
उस सीरीज में कप्तान कुक ने तीन शतकों की मदद से सर्वाधिक 562 रन बनाए थे।
वहीं भारत के चेतेश्वर पुजारा ने एक दोहरे शतक की मदद से 438 रन बनाए और दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में प्रज्ञान ओझा और ग्रीम स्वान ने सबसे ज्यादा 20-20 विकेट लिए थे।
2008
दो मैचों की सीरीज 1-0 से जीता भारत
साल 2008 में खेली गई दो मैच की टेस्ट सीरीज भारतीय टीम ने 1-0 से जीती थी।
पहले चेन्नई टेस्ट में भारत ने चौथी पारी में 387 रनों का सफल पीछा कर छह विकेट से जीत दर्ज की थी।
इसके बाद दूसरा मोहाली टेस्ट ड्रा रहा था।
उस सीरीज में गौतम गंभीर ने सबसे ज्यादा 361 रन बनाए थे।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में जहीर खान, हरभजन सिंह और ग्रीम स्वान ने सर्वाधिक आठ-आठ विकेट लिए थे।
2006
1-1 से ड्रा हुई सीरीज
साल 2006 में तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर रही थी।
बल्लेबाजों में राहुल द्रविड़ सबसे ज्यादा 309 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे, जबकि गेंदबाजी में अनिल कुंबले ने सर्वाधिक 16 विकेट लिए थे।
नागपुर में खेला गया पहला टेस्ट ड्रा रहा था। इसके बाद दूसरे मोहाली टेस्ट में भारत ने नौ विकेट से जीत दर्ज करके बढ़त बनाई। हालांकि, तीसरे मुंबई टेस्ट में इंग्लैंड ने 212 से जीत दर्ज की थी।
2001
1-0 से भारत की जीत
साल 2001 में खेली गई तीन मैचों की टेस्ट सीरीज भारत ने 1-0 से जीती थी।
मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट में दीपदास गुप्ता के शतक और अनिल कुंबले की घातक गेंदबाजी से भारत ने 10 विकेट से जीत दर्ज की थी।
इसके बाद अहमदाबाद और चेन्नई में खेले गए अगले दो मैच ड्रा रहे थे।
उस सीरीज में सचिन तेंदुलकर ने सर्वाधिक 307 रन और अनिल कुंबले (19 विकेट) सबसे सफल गेंदबाज बने थे।