भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: रुतुराज गायकवाड़ ने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय का पहला शतक लगाया
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ ने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक लगाया है।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ सीरीज के तीसरे टी-20 मैच के दौरान 52 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। उनकी पारी की बदौलत भारत ने पहले खेलते हुए 222/3 का स्कोर बनाया है।
वह कंगारू टीम के खिलाफ टी-20 प्रारूप में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बने हैं।
आइए उनकी पारी पर एक नजर डालते हैं।
पारी
ऐसी रही गायकवाड़ की पारी
गायकवाड़ ने शुरुआत में संभलकर बल्लेबाजी की। क्रीज पर टिक जाने के बाद उन्होंने अपनी रन गति में इजाफा किया।
इस बीच उन्होंने सूर्यकुमार यादव (39) के साथ तीसरे विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी की।
इसके बाद उन्होंने तिलक वर्मा के साथ चौथे विकेट के लिए 59 गेंदों में 151 रन की अटूट साझेदारी की।
दिलचस्प रूप से गायकवाड़ ने अपनी शुरुआती 21 गेंदों में 21 रन बनाए थे और अगली 36 गेंदों में 102 रन जोड़ डाले।
सूची
इस एलीट क्लब में शामिल हुए गायकवाड़
गायकवाड़ अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
इसके साथ-साथ गायकवाड़ अब टी-20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की ओर से शतक लगाने वाले 9वें बल्लेबाज बन गए हैं।
उनसे पहले सुरेश रैना (1), रोहित शर्मा (4), केएल राहुल (2), दीपक हुडा (1), सूर्यकुमार यादव (3), विराट कोहली (1), शुभमन गिल (1) और यशस्वी जयसवाल (1) इस प्रारूप में शतक लगा चुके हैं।
रिकॉर्ड्स
गायकवाड़ ने बनाए ये अन्य रिकॉर्ड्स
गायकवाड़ अब टी-20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की ओर से दूसरे सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे बड़ा स्कोर सिर्फ गिल (126* बनाम न्यूजीलैंड, 2023) ने बनाया है।
गायकवाड़ ने पारी का आखिरी ओवर फेंकने आए ग्लेन मैक्सवेल के आखिरी ओवर में से 27 रन बटोरे, जिसमें 3 छक्के भी शामिल थे। वह युवराज सिंह (36 बनाम स्टुअर्ट ब्रॉड, 2007) के बाद 1 ओवर में सर्वाधिक रन बटोरने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
गायकवाड़
गायकवाड़ के टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर पर एक नजर
गायकवाड़ ने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में अब तक 17 मैच खेले हैं, जिसमें 38.17 की औसत और 144.48 की स्ट्राइक रेट से 458 रन बनाए हैं।
वह इस शतक से पहले 3 अर्धशतक भी लगा चुके हैं। वह इस सीरीज के अपने पहले मैच में खाता भी नहीं खोल सके थे।
इसके बाद दूसरे मैच में उन्होंने 58 रन की पारी खेलते हुए जीत में अहम भूमिका निभाई थी।