अहमदाबाद टेस्ट: उस्मान ख्वाजा ने जड़ा शतक, ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा पहला दिन
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन के खेल की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 255 रन बना लिए हैं। मेहमान टीम से उस्मान ख्वाजा ने शतक लगाते हुए सर्वाधिक 104* रन बनाए हैं। स्टम्प्स तक ख्वाजा के साथ कैमरून ग्रीन (49*) बने हुए हैं। भारत से मोहम्मद शमी ने 2 विकेट चटकाए। आज के खेल पर एक नजर डालते हैं।
अच्छी शुरुआत के बाद ऑस्ट्रेलिया ने गंवाए 2 विकेट
टॉस जीतकर पहले खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया ने सम्भली हुई शुरुआत की। मेहमान टीम को पहला झटका 61 के स्कोर पर ट्रेविस हेड के रूप में लगा। बाएं हाथ के बल्लेबाज हेड ने 44 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 32 रन बनाए। अगले बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन सिर्फ 3 रन बनाकर दूसरे विकेट के रूप में पवेलियन लौट गए। ऑस्ट्रेलिया ने 72 के स्कोर पर लाबुशेन का विकेट खोया था।
ख्वाजा और स्मिथ ने पारी को संभाला
पहले सत्र में 2 विकेट गंवाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरे सत्र में ख्वाजा और स्टीव स्मिथ ने कोई नुकसान नहीं होने दिया। मौजूदा सीरीज में यह पहला ऐसा सत्र देखने को मिला, जिसमें कोई टीम विकेट हासिल नहीं कर सकी। इस जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 79 रन की साझेदारी की। इस बीच स्मिथ अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके और 38 रन बनाकर आउट हुए।
ख्वाजा ने लगाया शतक, ग्रीन ने खेली उम्दा पारी
पारी की शुरुआत करने आए उस्मान ख्वाजा ने टिककर बल्लेबाजी की। उन्होंने एक छोर संभाले रखा और भारतीय गेंदबाजों के लिए अपने विकेट के लिए तरसा दिया। उन्होंने दिन के खेल की समाप्ति से कुछ समय पहले अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 246 गेंदों में अपने टेस्ट करियर का 14वां शतक पूरा किया। यह भारत के खिलाफ टेस्ट में उनका पहला शतक है। दूसरे छोर से ग्रीन ने 64 गेंदों में 49 रन बनाकर नाबाद हैं।
ऐसी रही भारत की गेंदबाजी
भारत की ओर से शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने लाबुशेन और हैंड्सकॉम्ब के रूप में 2 विकेट चटकाए। उमेश यादव ने आज 15 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें उन्होंने 58 रन दिए और कोई विकेट नहीं ले सके। अक्षर पटेल ने 12 गेंदबाजी की, जिसमें महज 14 रन दिए। किफायती गेंदबाजी करने वाले अक्षर कोई नहीं ले सके। रविंद्र जडेजा ने 20 ओवरों में 49 रन देकर 1 विकेट लिया। अश्विन ने हेड के रूप में इकलौती सफलता हासिल की।