
भारत की दिव्या देशमुख ने जीता शतरंज का विश्व कप, फाइनल में कोनेरू हंपी को हराया
क्या है खबर?
भारत की शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख FIDE महिला विश्व कप विजेता बनी हैं। जॉर्जिया में हुए फाइनल में दिव्या ने भारत की ही ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी को टाईब्रेक में 1.5-0.5 के स्कोर से हराया। बता दें कि दोनों खिलाड़ियों के बीच क्लासिकल मुकाबले ड्रॉ रहे थे। आखिर में 19 वर्षीय युवा दिव्या ने इतिहास रच दिया। इस खिताबी जीत के साथ ही दिव्या ग्रैंडमास्टर भी बन गई हैं। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
फाइनल
फाइनल का पहला गेम रहा था ड्रॉ
फाइनल का पहला रैपिड गेम ड्रॉ रहा और अगला गेम दिव्या ने काले मोहरों से खेलते हुए शानदार जीत हासिल कर मैच जीत लिया। दिव्या देशमुख ने इस टूर्नामेंट में कई बड़े उलटफेर किए थे। इसी क्रम में उन्होंने चीन की जिनेर झू को हराया था। अब वह FIDE महिला विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं, और इसके परिणामस्वरूप सीधे ग्रैंडमास्टर का खिताब भी हासिल कर लिया है। वह भारत की कुल 88वीं ग्रैंडमास्टर बनी हैं।
ट्विटर पोस्ट
Twitter Post
🇮🇳 Divya Deshmukh, just 19 years old, is the Winner of the 2025 FIDE Women’s World Cup! 🏆
— International Chess Federation (@FIDE_chess) July 28, 2025
With this incredible victory, she:
✨ Becomes a Grandmaster
✨ Secures a spot at the next Women’s Candidates#FIDEWorldCup pic.twitter.com/95BAJ1grYH
बयान
दिव्या ने अपनी खुशी की जाहिर
खिताबी जीत के बाद दिव्या ने अपनी खुशी जाहिर की। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, जीत के कुछ मिनट बाद दिए गए एक इंटरव्यू में भावुक दिव्या ने कहा, "मुझे इसे समझने के लिए समय चाहिए। यह मेरी किस्मत है कि मैं इस तरह से ग्रैंडमास्टर का खिताब जीत पाई क्योंकि मेरे पास सिर्फ़ एक ही मानदंड था। यह बहुत मायने रखता है, लेकिन अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है। यह तो बस शुरुआत है।"
उपलब्धि
पहली बार फाइनल में पहुंची थी 2 भारतीय महिला खिलाड़ी
यह पहली बार है, जब इस FIDE महिला विश्व कप के फाइनल में 2 भारतीय शतरंज खिलाड़ी आमने-सामने थीं। दोनों ही ग्रैंडमास्टर अब 2026 में होने वाले महिला कैंडिडेट टूर्नामेंट का टिकट हासिल कर चुकी हैं। बता दें कि पिछले साल ही दिव्या ने जूनियर वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता था और अब वो भारत की ओर से शतरंज में चौथी महिला ग्रैंडमास्टर भी बन गई हैं।