ओलंपिक के इतिहास में किन भारतीय पहलवानों ने जीते हैं पदक?
पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से होगी, जिसमें 110 से अधिक भारत के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। पिछले टोक्यो ओलंपिक में भारत को कुश्ती में 2 पदक मिले थे और आगामी संस्करण में भी भारत के पहलवान अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। अब तक ओलंपिक के इतिहास में भारत ने कुल 7 पदक जीते हुए हैं। इस बीच ओलंपिक के इतिहास में पदक जीतने वाले पहलवानों के बारे में जानते हैं।
स्वतंत्र भारत के पहले व्यक्तिगत पदक विजेता बने केडी जाधव
1952 में हुए ओलंपिक में स्वतंत्र भारत को पहला व्यक्तिगत ओलंपिक पदक मिला था जब खसाबा दादासाहेब जाधव ने कुश्ती में 57 किलोग्राम वर्ग में इतिहास रचा था। पहले उन्हें टीम में नहीं चुना गया था और बाद में पटियाला के महाराजा के कहने पर उन्हें टीम में जगह मिली थी। कांस्य पदक जीतने वाले जाधव को दोबारा ओलंपिक में खेलने का मौका नहीं मिल सका और वह महाराष्ट्र पुलिस में नौकरी करने लगे थे।
सुशील कुमार कुश्ती में 2 पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बने
2008 में सुशील कुमार ने कुश्ती में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था। वह पुरुषों की 66 किग्रा वर्ग में पहले दौर में हार गए लेकिन रेपेचेज के जरिए आगे बढ़ गए। भारतीय पहलवान ने कांस्य पदक के मुकाबले में लियोनिद स्पिरिडोनोव को 3:1 से हराया था। सुशील ने 2012 में और बेहतर प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया था। वह स्वतंत्र भारत में 2 पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।
2012 में योगेश्वर दत्त ने जीता कांस्य पदक
लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 60 किलोग्राम में कांस्य पदक जीता था। वह ओलंपिक पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय पहलवान बने थे। उन्होंने कांस्य पदक के लिए उत्तर कोरियाई री जोंग-म्योंग को हराया था। वह रूस के बी कुदुखोव से से प्री-क्वार्टर फाइनल राउंड में हार गए थे। कुदुखोव के फाइनल में पहुंचने के बाद उन्हें रेपेचेज राउंड में भाग लेने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने पदक जीता था।
कुश्ती में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं साक्षी मलिक
साक्षी मलिक के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि 2016 के रियो ओलंपिक में आई थी। उस दौरान उन्होंने 58 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक पर अपना कब्जा जमाया था। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान बनी थीं और यह रिकॉर्ड आज भी कायम है। साक्षी ने कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में तत्कालीन एशियाई चैंपियन ऐसुलु टाइनीबेकोवा को 8-5 से हराया था।
टोक्यो ओलंपिक में बजरंग और रवि दहिया ने जीते पदक
बजरंग पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक हासिल किया था। उन्होंने कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हराते हुए कांस्य पदक जीता था। उन्हें सेमीफाइनल में अजरबैजान के हाजी अलिएव ने 12-5 के भारी अंतर से हरा दिया था। रवि कुमार दहिया को पिछले ओलंपिक में रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। रसियन ओलंपिक कमेटी (ROC) के जौर रिजवानोविच उगुवे ने 57 किग्रा वर्ग के फाइनल में रवि को 7-4 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था।