भारत बनाम इंगलैंड: भारतीय टीम ने पहली पारी में बनाए 396 रन, जायसवाल का दोहरा शतक
भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी 396 रन पर समाप्त हो गई। रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। भारत के लिए यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा (209) रन बनाए। उन्हें छोड़कर और कोई भी खिलाड़ी 35 रन भी नहीं बना पाया। इंग्लैंड के लिए जेम्स एंडरसन, शोएब बशीर और रेहान अहमद ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट अपने नाम किए।
ऐसी रही भारतीय टीम की पहली पारी
भारतीय टीम की पूरी पारी यशस्वी के इर्द गिर्द रही। टीम को पहला झटका 40 रन पर लगा। कप्तान रोहित 41 गेंद में 14 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद शुभमन गिल (34) को शुरुआत तो अच्छी मिली, लेकिन वह भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए। यशस्वी छोटी-छोटी साझेदारी करते गए और भारतीय टीम को 400 रन के करीब पहुंचाया। रजत पाटीदार ने अपने पहले टेस्ट की पहली पारी में 32 रन बनाए। श्रेयस अय्यर ने 27 रन बनाए।
ऐसी रही इंग्लैंड की गेंदबाजी
इंग्लैंड के 41 साल के तेज गेंदबाज एंडरसन ने एक बार फिर अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। उन्होंने 25 ओवर गेंदबाजी की और 4 मेडन ओवर के साथ सिर्फ 47 रन खर्च किए। रेहान अहमद ने 17 ओवर में 65 रन देकर 3 विकेट झटके। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे शोएब बशीर ने 138 रन देकर 3 विकेट लिए। उन्होंने रोहित के रूप में पहला विकेट लिया। टॉम हार्टले के खाते में 1 विकेट आया।
यशस्वी की पारी पर एक नजर
यशस्वी ने 290 गेंद का सामना किया और 209 रन बनाए। उनके बल्ले से 19 चौके और 7 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 72.07 की रही। उन्होंने 22 साल और 37 दिन की उम्र में दोहरा शतक लगाया। टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले यशस्वी तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बने हैं। यशस्वी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय सलामी बल्लेबाज हैं। सुनील गावस्कर ने यह कारनामा पहली बार किया था।
ऐसा था पहले दिन का खेल
पहले दिन भारतीय टीम ने 6 विकेट खोकर 336 रन बनाए थे। दिन का खेल खत्म होने तक यशस्वी (179*) और रविचंद्रन अश्विन (5*) नाबाद थे। यशस्वी ने 151 गेंद का सामना करते हुए अपना दूसरा शतक लगाया। शुभमन और रोहित का खराब फॉर्म जारी रहा। शुभमन पिछली 12 पारियों में और रोहित पिछली 7 पारियों में टेस्ट मैच में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं। भारत के लिए यह बहुत बड़ी परेशानी बनी हुई है।