BCCI के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली का विराट कोहली से जुड़े कप्तानी मामले में अहम बयान
भारतीय क्रिकेट में पिछले साल एक बेहद विवादास्पद प्रकरण देखने को मिला था। स्टार क्रिकेटर विराट कोहली ने टी-20 कप्तानी छोड़ दी थी। इसके बाद नाटकीय घटनाक्रम के तहत उन्हें टेस्ट और वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया गया था। जिस तरह से कोहली की कप्तानी का अंत हुआ उसने अपने पीछे कई सवाल छोड़े थे। जिस समय यह सब हुआ सौरव गांगुली BCCI अध्यक्ष थे। अब उन्होंने उस मुद्दे पर अहम बयान दिया है।
मैंने विराट को कप्तानी से नहीं हटाया था- गांगुली
गांगुली ने कहा, "मैंने विराट को कप्तानी से नहीं हटाया था। मैंने यह कई बार कहा है। कोहली टी-20 क्रिकेट में नेतृत्व करने में रुचि नहीं रखते थे। इसलिए जब उन्होंने यह निर्णय लिया तो मैंने उनसे कहा, यदि आप नेतृत्व करने में रुचि नहीं रखते हैं तो यह बेहतर है कि आप सफेद गेंद और लाल गेंद वाले प्रारूप की कप्तानी से हट जाएं। सफेद गेंद वाला कप्तान और लाल गेंद वाला कप्तान एक ही होने दीजिए।"
मैंने रोहित पर कप्तानी की भूमिका निभाने के लिए थोड़ा दबाव डाला था- गांगुली
गांगुली ने आगे कहा, "मैंने रोहित शर्मा पर कप्तानी की भूमिका निभाने के लिए थोड़ा दबाव डाला था। हालांकि, वह खेल के तीनों प्रारूपों में नेतृत्व करने में रुचि नहीं रखते थे। इसलिए शायद इसमें मेरा थोड़ा योगदान है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि टीम की कप्तानी कौन कर रहा है। मुझे भारतीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए काम करने के लिए BCCI का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, यह इसका एक छोटा सा हिस्सा है।"
मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया- गांगुली
पूर्व बोर्ड अध्यक्ष ने कहा, "मैंने टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए 7 साल की कड़ी मेहनत, परिश्रम और हर दिन निरंतर लगन से काम किया। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया था और कुछ भी शेष नहीं छोड़ा है। हर चीज को किसी न किसी स्तर पर रुकना पड़ता है। इस सफर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन कभी भी प्रयास में कमी या विश्वास की कमी नहीं रही।"
हमारी नीतियों के चलते भारतीय क्रिकेट का विकास हुआ- गांगुली
गांगुली ने कहा, "मैं BCCI को इतने लंबे समय तक अपने देश का नेतृत्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी साथियों ने पहले दिन से ही टीम के लिए मेरे दृष्टिकोण को अपनाया। सभी लोगों ने इस यात्रा को यादगार और सुंदर बना दिया है। हमारी नीतियों के चलते भारतीय क्रिकेट का विकास हुआ जिसका सफलतम रूप हम आज देख रहे हैं।"
कोहली का कप्तानी रिकॉर्ड
कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 68 मैचों में से 40 में टीम को जिताया और 17 में टीम हारी। इस बीच 11 मैच ड्रॉ रहे। उनकी कप्तानी में 95 वनडे क्रिकेट मैचों में से 65 में टीम जीती और 27 में हारी जबकि 1 मैच टाई रहा और 2 मैच बेनतीजा रहे। 50 टी-20 मैचों में से 30 में टीम जीती और 16 में हारी, जबकि 2 मैच टाई रहे और 2 बेनतीजा रहे।