पिछले 10 सालों में ICC ने क्रिकेट को बर्बाद करने का काम किया है- शोएब अख्तर
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर को बेबाक अंदाज के लिए जाना जाता है। ESPNCricinfo के पोडकास्ट में संजय मांजरेकर के साथ बातचीत के दौरान अख्तर ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) पर जमकर निशाना साधा। अख्तर ने कहा कि ICC ने पिछले 10 सालों में क्रिकेट को बर्बाद करने का काम किया है और अब क्रिकेट को घुटनों पर ला दिया गया है। आइए जानते हैं अख्तर ने और क्या-क्या कहा।
पिछले 10 सालों में ICC ने क्रिकेट को समाप्त कर दिया- अख्तर
अख्तर ने कहा कि लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में लाए गए कई बदलावों ने इसे केवल बल्लेबाजों का खेल बना दिया है। उन्होंने आगे कहा, "क्या मैं दो टूक में कुछ कह सकता हूं? ICC क्रिकेट को समाप्त कर रही है। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि पिछले 10 सालों में ICC ने क्रिकेट को खत्म कर दिया है। मैं कहूंगा कि आपने जो सोचा था वह कर दिया है।"
ICC से पूछिए क्रिकेट में सुधार आया है या ये बर्बाद हुआ- अख्तर
अख्तर का मानना है कि वनडे में जब दो नई गेंदें इस्तेमाल की जाती है और केवल चार खिलाड़ी सर्किल के बाहर होते हैं तो एक ओवर में दो बाउंसर की छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं लगातार कह रहा हूं कि बाउंसर के नियम बदलिए। आपके पास दो नई गेंदें हैं और चार फील्डर बाहर हैं। ICC से पूछिए पिछले 10 सालों में क्रिकेट की क्वालिटी सुधरी है या बिगड़ी है।"
लगातार बदलते रहे हैं क्रिकेट के नियम
लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में पहले शुरुआत के 15 ओवर पॉवरप्ले के होते थे जिसमें केवल दो खिलाड़ी बाहर रह सकते थे। अब पहले 10 ओवर में दो, 11-40 ओवर के बीच चार और अंतिम 10 ओवरों में पांच खिलाड़ी सर्किल के बाहर रह सकते हैं। इसके अलावा 2012 से वनडे में दो नई गेंदों का इस्तेमाल किया जा रहा है। बीच में सुपरसब का नियम लाया गया था जिसमें 12वां खिलाड़ी बल्लेबाजी या गेंदबाजी कर सकता था।
टी-20 के आने के बाद से और भारी हो गया है बल्लेबाजों का पलड़ा
फटाफट क्रिकेट के आने के बाद से लिमिटेड ओवर्स में बल्लेबाजों का पलड़ा और भारी हो गया है। अब वनडे में भी 300 के स्कोर काफी आसानी से बन रहे हैं और टीमें अब 400 का स्कोर भी पार कर रही हैं। पिछले एक दशक के बदलाव को देखें तो तेज गेंदबाजों की अपेक्षा स्पिनर्स लिमिटेड ओवर्स में ज़्यादा सफल साबित हो रहे हैं। टी-20 क्रिकेट में तो पिच भी बल्लेबाजी के अनुकूल ही रहती है।