टी-20 विश्व कप के लिए राहुल की जगह धवन को नहीं चुनता- पूर्व मुख्य चयनकर्ता
बाएं हाथ के भारतीय ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन चोट से वापसी कर रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ लिमिटेड ओवर्स की सीरीज़ में धवन चोट लगने के कारण नहीं खेल सके थे और उनकी गैरमौजूदगी में केएल राहुल ने खूब रन बनाए। पूर्व भारतीय मुख्य चयनकर्ता कृष्णमचारी श्रीकांत का कहना है कि धवन श्रीलंका के खिलाफ कितने भी रन बना लें, लेकिन वह राहुल की जगह धवन को टी-20 विश्व कप के लिए नहीं चुनते।
राहुल और धवन में हमेशा राहुल ही हैं विनर- श्रीकांत
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज़ में राहुल ने काफी ज़्यादा रन बनाए और इसकी वजह से शिखर धवन पर दबाव और भी बढ़ गया है। श्रीकांत ने कहा, "श्रीलंका के खिलाफ बनाए रन काउंट नहीं होंगे। यदि मैं सिलेक्टर्स का चेयरमैन होता तो मैं धवन को टी-20 विश्व कप टीम में शामिल नहीं करता। राहुल और धवन के बीच में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। इसमें केवल राहुल ही विजेता हैं।"
भारत के लिए विश्व कप जीतना चाहते हैं धवन
चोट से वापसी कर रहे धवन ने पहले टी-20 मैच से पहले गुवाहाटी में स्टार स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए कहा कि चोट लगना इस खेल का हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा, "मैं चीजों को सकारात्मक तरीके से लेता हूं। नया साल है और इस साल मैं ढेर सारे रन बनाने की कोशिश करूंगा। मैं अपने टीम के लिए ज़्यादा से ज़्यादा मैच और विश्व कप जीतना चाहूंगा।" धवन ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज़ को अहम बताया था।
टी-20 में धवन से कहीं बेहतर है राहुल का हालिया प्रदर्शन
शिखर धवन पिछले कुछ समय से फॉर्म में दिखाई नहीं दे रहे हैं और खास तौर से टी-20 में उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं। पिछली 12 टी-20 पारियों में धवन ने 272 रन बनाए हैं, लेकिन इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट केवल 110 का रहा है। राहुल की बात करें तो उन्होंने पिछली नौ पारियों में ही 356 रन बना डाले हैं। राहुल ने 142.40 की स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाए हैं।
बारिश के कारण रद्द हो गया था पहला टी-20
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज़ का पहला टी-20 बारिश के कारण रद्द हो गया। टॉस होने के बाद ही बारिश शुरु हो गई थी। बारिश थोड़ी देर रुकने के बाद दोबारा शुरु हो जा रही थी और बीच-बीच में यह धीमी और तेज हो रही थी। पिच पर कवर होने के बावजूद 2-3 जगह पानी रिस गया और वहां की सतह काफी ज़्यादा गीली हो गई। उस सतह को सुखाने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन मैच रद्द करना पड़ा।