बिना हेल्मेट खेलने पर विवियन रिचर्ड्स बोले- पसंदीदा खेल खेलते समय मरना भी पसंद करता
क्या है खबर?
वेस्टइंडीज के पूर्व आक्रामक बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स ने अपने समय में दुनिया के खतरनाक से खतरनाक गेंदबाजों को भी परेशान कर दिया था।
निडर बल्लेबाजी करने वाले रिचर्ड्स की सबसे खास बात यह थी कि काफी तेजी और शरीर पर गेंदबाजी किए जाने के दौर में वह बिन हेल्मेट के खेलते थे।
रिचर्ड्स ने अब खुलासा किया है कि उन्हें खतरे का एहसास तो था, लेकिन वह इस खेल के लिए मरने से भी परहेज नहीं करने वाले थे।
बयान
खेल के लिए जान भी दे सकता था- रिचर्ड्स
विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा कि वह जिस चीज से प्यार करते हैं उसके लिए जान भी दे सकते थे।
रिचर्ड्स ने शेन वॉटसन से एक पोडकास्ट में कहा, "खेल के लिए मेरा पैशन इतना ज़्यादा था कि जिस चीज को मैं प्यार करता था उसके लिए मरना भी मेरे लिए बड़ी बात नहीं थी। यदि यह ऐसी चीज है जिसे मैंने चुना और मैं यहां मरता हूं तो फिर इससे बेहतर चीज और क्या हो सकती है।"
प्रेरणा
अन्य एथलीट्स से भी प्रेरणा लेते थे रिचर्ड्स
उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी जान खतरे में डालने वाले अन्य एथलीट्स से भी प्रेरणा लेते थे।
रिचर्ड्स ने आगे कहा, "मैंने अन्य खिलाड़ियों और महिलाओं को देखा, जिनके लिए मेरे दिल में काफी सम्मान है।"
150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार वाली गेंद का बिना हेल्मेट के सामना करने के जवाब में उन्होंने कहा, "मैंने एक आदमी को फॉर्मूला-1 कार चलाते देखा, अब इससे भी ज़्यादा कुछ और खतरनाक हो सकता है?"
हेलमेट
हेलमेट पहनने से इंकार करते थे खिलाड़ी
1970 के दशक में पहली बार एक क्रिकेटर को हेलमेट पहने देखा गया जो कि बाइक पर लगाया जाने वाला हेलमेट था।
रिचर्ड्स और सुनील गावस्कर जैसे बल्लेबाजों का मानना था कि हेलमेट पहनने से बल्लेबाजी पर प्रभाव पड़ता है और इसी कारण इन लोगों ने हेलमेट पहनने से इंकार कर दिया था।
1978 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया के ग्राहम यालोप को पहली बार प्रोटेक्टिव हेलमेट पहने देखा गया।
करियर
ऐसा रहा है रिचर्ड्स का करियर
1974 में अपना करियर शुरु करने वाले रिचर्ड्स ने वेस्टइंडीज के लिए 121 टेस्ट मैचों में 50.24 की औसत से 8,540 रन बनाए हैं।
उन्होंने 187 वनडे में 47 की औसत से 6,721 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में 32 और वनडे में 118 विकेट भी लिए हैं।
रिचर्ड्स ने टेस्ट में 24 शतक, तीन दोहरे शतक और 45 अर्धशतक तो वहीं वनडे में 11 शतक और 45 अर्धशतक लगाए हैं।