आकाश चोपड़ा भी हो चुके हैं रंगभेद का शिकार, बोले- इंग्लैंड में मुझे 'पाकी' कहा गया
हाल ही में शुरु हुई क्रिकेट में रंगभेदी टिप्पणी का मामला लगातार जोर पकड़ रह है और तमाम लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सैमी के बाद वेस्टइंडीज के माइकल होल्डिंग, क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो जैसे स्टार रंगभेद पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने खुलासा किया है वह भी रंगभेद का शिकार हो चुके हैं और काले-गोरे हर खिलाड़ी को इसका सामना करना पड़ता है।
मुझे इंग्लैंड में बुलाया गया था 'पाकी'- चोपड़ा
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि इंग्लैंड में क्लब क्रिकेट खेलते समय दो दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों ने उन्हें पाकी कहा था। उन्होंने आगे कहा, "वे लगातार मुझे 'पाकी' कह रहे थे। पाकी पाकिस्तान का शॉर्ट-फॉर्म नहीं है। यदि आप भूरी त्वचा के हैं या एशिया के किसी कोने से हैं तो आपको रंगभेदी टिप्पणी के रूप में इसका सामना करना पड़ेगा। उस समय मेरे साथ यही हुआ था।"
गोरे लोगों को भी करना पड़ता है टिप्पणियों का सामना- चोपड़ा
भारत के लिए 10 टेस्ट खेलने वाले चोपड़ा ने कहा कि यह मामला काफी गहरा है और यह केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फैला है। उन्होंने कहा, "यदि आप गोरे हैं तब भी आपको इसका सामना करना पड़ता है। जब एंड्रयू सायमंड्स भारत आए थे तो वानखेड़ स्टेडियम में लोग बंदर-बंदर चिल्लाने लगे थे। उसी समय लोगों को कहा गया था कि उनकी एंट्री पर बैन लगाया जा सकता है।"
बीते रविवार को शुरु हुआ था क्रिकेट में रंगभेद का मामला
बीते रविवार को डेरेन सैमी ने दावा किया था कि उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते समय 'कालू' कहकर बुलाया जाता था। सैमी ने कहा कि पहले उन्हें लगता था कि इसका मतलब मजबूत इंसान होता है, लेकिन मतलब पता चलने के बाद वह काफी गुस्सा हैं। दो ही दिन बाद इशांत शर्मा की एक इंस्टा पोस्ट मिली है जिसमें सैमी को कालू लिखा गया है और इससे सैमी का दावा सही साबित होता है।
सैमी के समर्थन में आए हैं वेस्टइंडीज के खिलाड़ी
पूर्व कैरेबियन ग्रेट माइकल होल्डिंग ने हाल ही में कहा था कि यदि रंगभेद को खत्म करना है तो आपको खेल की बजाय समाज से लड़ाई करनी होगी। सैमी के खुलासे के बाद से क्रिस गेल लगातार उनका समर्थन कर रहे हैं और उनका कहना है कि ऐसी लड़ाइयों के लिए कोई समय देर नहीं माना जाता। ड्वेन ब्रावो ने कहा है कि उन लोगों को इज्जत और सम्मान मिलना चाहिए।