बीजिंग ओलंपिक 2008 में भारत ने जीते थे कुल 3 पदक, जानिए कैसा रहा था प्रदर्शन
क्या है खबर?
साल 2008 में ओलंपिक का आयोजन बीजिंग में हुआ, जिसमें भारतीय दल ने कुल 3 पदक जीते थे।
भारत के 57 खिलाड़ियों का दल 12 विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने के लिए गया था।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम इन खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी। 1928 के ओलंपिक के बाद से पहली बार ऐसा हुआ था।
इस बीच बीजिंग ओलंपिक में भारत के पदकों के बारे में जानते हैं।
आंकड़े
पहली बार चीन ने की थी ओलंपिक खेलों की मेजबानी
2008 के बीजिंग ओलंपिक में 28 खेलों और 302 स्पर्धाओं में 10,900 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया था। बता दें कि चीन ने पहली बार खेलों के महाकुंभ की मेजबानी की थी।
उस संस्करण में मेजबान देश ने सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक (48) जीते, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने सबसे ज्यादा (112) पदक जीते थे।
कुल 958 पदक जीते गए, जिसमें स्वर्ण पदकों की संख्या 300 से ज्यादा थी।
बिंद्रा
अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण जीतकर रचा था इतिहास
2008 में बिंद्रा ने इतिहास रचते हुए ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह भारत की ओर से व्यक्तिगत खेलों में स्वर्ण पाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र अन्य भारतीय हैं।
बिंद्रा ने 10 मीटर पुरुष एयर राइफल स्पर्धा में कुल 700.5 अंक हासिल किए और एथेंस 2004 ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता झू किनान को पीछे छोड़ दिया, जिन्हें कुल 699.7 अंक प्राप्त किए थे।
विजेंदर
विजेंदर सिंह ने जीता था कांस्य पदक
विजेंदर सिंह ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीता, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी थी।
वह ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बने थे। विजेंदर ने मिडिलवेट वर्ग के क्वार्टर फाइनल में इक्वाडोर के कार्लोस गोंगोरा को 9-4 से हराया था। उन्हें सेमीफाइनल में एमिलियो कोरेया से हार का सामना करना पड़ा था।
वह मुक्केबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष बने हुए हैं।
सुशील
कुश्ती में सुशील कुमार ने दिलाया कांस्य पदक
पहलवान सुशील कुमार 2008 बीजिंग ओलंपिक में भारत के अन्य पदक विजेता थे। वह पुरुषों की 66 किग्रा वर्ग में पहले दौर में हार गए लेकिन रेपेचेज के जरिए आगे बढ़ गए।
भारतीय पहलवान ने कांस्य पदक के मुकाबले में लियोनिद स्पिरिडोनोव को 3:1 से हराया था। उल्लेखनीय रूप से सुशील ने कुश्ती में भारत के लिए दूसरा पदक जीता था।
यह 1952 के ओलंपिक में केडी जाधव के कांस्य पदक के बाद कुश्ती में पहला पदक था।