वनडे विश्व कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का कैसा रहा प्रदर्शन? आंकड़ों में जानिए सफर
क्या है खबर?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए वनडे विश्व कप 2025 का खिताब अपने नाम किया। डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुए फाइनल में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम को 52 रन से हराया। विश्व कप इतिहास में यह भारतीय टीम का तीसरा फाइनल मैच था, और हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम ने आखिरकार सफलता हासिल की। इस सीजन में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
सफर
इस तरह से सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय टीम
भारत ने पहले मैच में श्रीलंका को 59 रन से हराते हुए सकारात्मक शुरुआत की और दूसरी मैच में पाकिस्तान को 88 रन से हराया। इसके बाद भारतीय टीम को अगले 3 मैचों में क्रमशः दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से हार मिली। हार की हैट्रिक के बाद भारत ने अहम मैच में न्यूजीलैंड को 53 रन से हराया। भारत का आखिरी लीग मैच (बांग्लादेश के खिलाफ) बारिश की भेंट चढ़ गया।
जानकारी
भारतीय टीम ने चौथे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में बनाई थी जगह
भारत ने चौथे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। भारत से पहले ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड की टीमें सेमीफाइनल का टिकट हासिल कर चुकी थी।
सेमीफाइनल
सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से दी मात
सेमीफाइनल में एलिस हीली (5) के जल्दी आउट होने के बाद लिचफील्ड (119) और एलिस पेरी (77) ने पारी को संभाला। मध्यक्रम में गार्डनर ने 63 रन की पारी खेलते हुए टीम का स्कोर 338/10 तक पहुंचाया। जवाब में भारत को शफाली (10) और स्मृति मंधाना (24) के विकेट जल्दी गिर गए। इसके बाद रोड्रिगेज (127*) और हरमनप्रीत (89) ने पारी को संभालने का प्रयास किया। अंत में दीप्ति (24) और ऋचा (26) ने जीत में अहम भूमिका निभाई।
रन
इन भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए सर्वाधिक रन
भारत से स्मृति मंधाना सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज रही। उन्होंने 9 पारियों में 54.25 की औसत और 99.08 की स्ट्राइक रेट के साथ 434 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल रहे। प्रतिका रावल ने 6 पारियों में 51.33 की औसत के साथ 308 रन बनाए। उन्होंने 1 शतक और 1 ही अर्धशतक लगाया। जेमिमा रोड्रिगेज ने 7 पारियों में 58.40 की औसत से 292 रन बनाए। उन्होंने भी 1 शतक जड़ा।
विकेट
इन भारतीय गेंदबाजों ने लिए सर्वाधिक विकेट
दीप्ति शर्मा इस संस्करण में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनी। उन्होंने 9 मैचों में 20.40 की औसत और 5.52 की इकॉनमी रेट के साथ 22 विकेट लिए। उन्होंने फाइनल में 5 विकेट लेते हुए जीत में अहम भूमिका निभाई। युवा भारतीय स्पिनर श्री चरणी ने 9 मैचों में 27.6 की औसत के साथ 14 विकेट लिए। क्रांति गौड़ ने 8 मैचों में 40.11 की औसत के साथ 9 विकेट चटकाए।