विजय हजारे ट्रॉफी: फाइनल में तमिलनाडु को हराकर पहली बार चैंपियन बना हिमाचल प्रदेश
जयपुर में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में तमिलनाडु को हराते हुए हिमाचल प्रदेश ने पहली बार खिताब जीतने में सफलता हासिल की है। तमिलनाडु ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 314 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। स्कोर का पीछा करते हुए हिमाचल ने सलामी बल्लेबाज शुभम अरोरा (133*) की शानदार पारी की बदौलत 299/4 का स्कोर बनाया। खराब रोशनी के कारण हिमाचल को 11 रनों से विजयी घोषित किया गया। आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला।
इस तरह हिमाचल को मिली जीत
पहले बल्लेबाजी करने उतरी तमिलनाडु ने 40 के स्कोर पर चार विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, दिनेश कार्तिक (116) और बाबा इंद्रजीत (80) के बीच हुई 202 रनों की साझेदारी ने उन्हें बड़े स्कोर तक पहुंचाया। हिमाचल ने पावरप्ले में एक विकेट के नुकसान पर 62 रन बनाए थे। अरोरा और अमित कुमार (74) के बीच हुई 148 रनों की साझेदारी ने उन्हें मैच में बनाए रखा। ऋषि धवन (23 गेंद 42* रन) ने हिमाचल की जीत सुनिश्चित की।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
हिमाचल को मैच जीतने के लिए 15 गेंदों में 16 रनों की जरूरत थी, लेकिन खराब रोशनी के कारण मैच को पूरा नहीं किया जा सका। अंपायर्स ने VJD तकनीक की मदद से हिमाचल को विजेता घोषित किया।
पहली बार चैंपियन बना हिमाचल
19 साल के इतिहास में हिमाचल की टीम पहली बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची थी और पहली बार में ही उन्होंने ट्रॉफी जीतने में सफलता हासिल की है। युवा शुभम ने हिमाचल के लिए अपने आठवें लिस्ट-ए मुकाबले में पहला शतक लगाया है। तमिलनाडु ने 2019-20 सीजन का फाइनल कर्नाटक के खिलाफ गंवाया था और पिछले तीन सालों में वे दो बार फाइनल हार चुके हैं।
स्टार रहे हिमाचल के कप्तान धवन
हिमाचल के कप्तान ऋषि धवन पूरे टूर्नामेंट के दौरान स्टार रहे थे। धवन ने आठ मैचों में 76.33 की औसत के साथ 458 रन बनाए और टूर्नामेंट में दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। इसके अलावा धवन ने आठ मैचों में 17 विकेट लिए और दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे। धवन ने पांच अर्धशतक लगाए और 27 रन देकर चार विकेट लेना उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रही।