
न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड: हैरी ब्रूक ने जड़ा टेस्ट करियर का चौथा शतक, जानिए उनके आंकड़े
क्या है खबर?
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में हैरी ब्रूक ने शानदार शतक जड़ दिया है।
वह 184 रन बनाकर नाबाद हैं। पिछली 9 टेस्ट पारियों में उन्होंने 4 शतक और 3 अर्धशतक बनाए हैं।
मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
इंग्लैंड को शुरुआती झटके लगे। जैक क्रॉली (2) और बेन डकेट (9) रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद जो रूट और ब्रूक ने पारी को संभाला।
करियर
कैसा है ब्रूक का करियर
ब्रूक ने अभी तक 6 टेस्ट मैच खेले हैं और 100 से ज्यादा की औसत से 807 रन बना चुके हैं।
इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 99.38 का रहा है। उन्होंने 4 शतक के साथ 3 अर्धशतक भी लगाए हैं।
उन्होंने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ 9 पारियां खेली है और 774 गेंदों का सामना किया है। अपने छोटे टेस्ट करियर में उन्होंने 90 से ज्यादा चौके और 18 छक्के लगा चुके हैं।
रिकॉर्ड
ब्रूक ने ये रिकॉर्ड किए अपने नाम
टेस्ट क्रिकेट में ब्रूक सबसे तेज 800 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने अपनी 9वीं पारी में ये कारनामा किया है। भारत के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली का रिकॉर्ड ब्रूक ने तोड़ा है। उन्होंने शुरुआती 9 पारियों मे 798 रन बनाए थे।
ब्रूक अगर मैच के दूसरे दिन दोहरा शतक लगा देते हैं तो न्यूजीलैंड की धरती पर दोहरा शतक लगाने वाले इंग्लैंड के केवल पांचवें बल्लेबाज होंगे।
अर्धशतक
पहले मैच की दोनों पारियों में लगाया था अर्धशतक
सीरीज के पहले मुकाबले में ब्रुक ने दोनों पारियों में अर्द्धशतक लगाए थे। उन्होंने पहली पारी में 81 गेंदों में 89 रन की तेजतर्रार पारी खेली थी और दूसरी पारी में उन्होंने 41 गेंदों में 54 रन बनाए थे।
उनकी इस शानदार पारियों के दम पर ही इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 267 रन की शानदार जीत दर्ज मिली थी। इंग्लैंड सीरीज में 1-0 से आगे है।
ब्रूक पहले मैच में प्लेयर ऑफ द मैच चुना थे।
पाकिस्तान
पाकिस्तान के खिलाफ किया था शानदार प्रदर्शन
ब्रूक ने पिछले साल खेले गए पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान कई रिकॉर्ड बनाए थे।
23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 3 टेस्ट में 468 रन बना दिए थे। वह सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
उनका औसत 93.60 और स्ट्राइक रेट 93.41 का था। वह पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज में 450+ रन बनाने वाले इंग्लैंड के पहले बल्लेबाज बने थे। इंग्लैंड ने उस सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज की थी।