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सिडनी टेस्ट में खुद अंपायर जैसा बर्ताव कर रहे थे पोंटिंग- हरभजन सिंह

सिडनी टेस्ट में खुद अंपायर जैसा बर्ताव कर रहे थे पोंटिंग- हरभजन सिंह

लेखन Neeraj Pandey
Jun 14, 2020
03:36 pm

क्या है खबर?

भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने 2008 में सिडनी में खेले गए विवादित टेस्ट मैच पर खुलकर बातचीत की है। आकाश चोपड़ा के साथ यूट्यूब वीडियो के दौरान हरभजन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग अनावश्यक अपील कर रहे थे और अंपायर जैसा बर्ताव कर रहे थे। हरभजन ने एंड्रयू सायमंड्स के साथ हुए अपने उस विवाद के बारे में भी बात की जो पूरे दौरे पर चर्चा का केंद्र रही।

बयान

खुद ही निर्णय दे रहे थे पोंटिंग- हरभजन

हरभजन ने कहा, "पोंटिंग खुद अंपायर थे। वह कैच का दावा करके खुद ही फैसला भी दे रहे थे। ऑस्ट्रेलिया वाले कहते हैं कि मैदान पर जो हो उसे वहीं रहने दो, लेकिन मेरे और सायमंड्स के बीच हुई चीज काफी आगे चली गई।"

अंपायरों की गलती

भारत को झेलने पड़े थे कई गलत फैसले

बॉक्सिंग-डे टेस्ट में करारी हार के बाद भारतीय टीम नई उम्मीदों के साथ सिडनी पहुंची थी। ऑस्ट्रेलिया के 463 के जवाब में भारत ने पहली पारी में 532 रन बना डाले। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा मैदानी अंपायर्स स्टीव बकनर और मार्क बेंसन ने कई अजीब निर्णय लिए। भारत को मैच में कई गलत फैसलों का शिकार होना पड़ा था। खास तौर से बेंसन ऑस्ट्रेलिया की हर अपील पर इंट्रेस्ट ले रहे थे।

मामला

पोंटिंग ने किया इशारा, अंपायर ने दिया आउट

अंपायरों की गलती के अलावा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी काफी ज़्यादा अपील भी कर रहे थे। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज सौरव गांगुली का कैच स्लिप में माइकल क्लार्क ने पकड़ा। रीप्ले में साफ तौर पर दिख रहा था कि गेंद क्लार्क के हाथों में जाने से पहले मैदान पर गिरी थी। हालांकि, ऐसा देखा गया कि पोंटिंग के अंगुली उठा देने के बाद अंपायर ने भी अपनी उंगली उठा दी थी।

झगड़े की कहानी

सायमंड्स के साथ झगड़े पर मुझे गलत लिया गया- हरभजन

हरभजन ने सायमंड्स के साथ हुए प्रकरण पर भी अपनी सफाई दी और कहा कि उन्हें गलत समझा गया था। उन्होंने कहा, "मैं और सायमंड्स एक-दूसरे के काफी करीब थे और हमारे करीब केवल सचिन तेंदुलकर ही थे और कोई वहां नहीं था। जब सुनवाई शुरु हुई तो मैथ्यू हेडन, एडम गिलक्रिस्ट, माइकल क्लार्क और रिकी पोंटिंग ने कहा कि उन्होंने वह सुना है जो हरभजन ने सायमंड्स को कहा।"

बयान

लगातार कैमरे कर रहे थे पीछा- हरभजन

हरभजन ने आगे कहा, "केवल हम दोनों को पता था कि हमने किस बारे में बात की। जांच हो रही थी और मैं काफी डरा हुआ था। ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने मुझे माइकल जैक्सन बना दिया, लगातार कैमरे मेरा पीछा करते थे।"