हरभजन सिंह से हुई चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, दर्ज कराई FIR
क्या है खबर?
दिग्गज भारतीय ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह निजी कारणों से इस सीजन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) का हिस्सा नहीं होंगे।
हालांकि, इस बीच उन्होंने चेन्नई के एक बिजनेसमैन के खिलाफ चार करोड़ रूपये की धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई है।
हरभजन ने चेन्नई सिटी पुलिस से की गई अपनी शिकायत में कहा है कि जी महेश नामक बिजनेसमैन ने उनसे 2015 में चार करोड़ रूपये लिए थे जिसे वह लौटा नहीं रहे हैं।
मामला
पैसे देने में टालमटोल कर रहे हैं महेश- हरभजन
TOI के अनुसार, हरभजन ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें एक दोस्त ने महेश नाम के व्यक्ति से मिलाया था।
उन्होंने कहा कि महेश उथंडी रोड के पास जुहू बीच चेन्नई में रहते हैं और उन्होंने उसे पैसे लोन के तौर पर 2015 में दिए गए थे। 18 अगस्त को महेश ने 25 लाख रूपये का एक चेक दिया था जो बाउंस हो गया।
हरभजन का कहना है कि पैसे मांगने पर महेश टालमटोल कर रहे हैं।
दूसरा पक्ष
पैसे नहीं देने की बात को खारिज कर रहे हैं महेश
महेश द्वारा अग्रिम जमानत की याचिका दायर करने के बाद मामला सामने आया है। अग्रिम जमानत की याचिका फिलहाल मद्रास हाई कोर्ट में विचाराधीन है।
महेश का कहना है कि उन्होंने लोन लेने के लिए थालंबूर स्थित अपनी अचल सम्पत्ति को सिक्योरिटी के तौर पर दिया था।
2015 में ही हरभजन के पक्ष में एक सामान्य पावर आफ अटार्नी दस्तावेज भी निष्पादित किया गया था।
वहीं महेश का कहना है उन्होंने बकाया राशि चुका दी है।
आर्थिक हालात
IPL में नहीं खेल रहे हरभजन के लिए है यह बड़ा झटका
हरभजन इस सीजन IPL में नहीं खेलेंगे और उन्हें सीजन खेलने के लिए मिलने वाले दो करोड़ रूपयों का नुकसान होगा।
इसके अलावा हरभजन लंबे समय से किसी तरह की क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं और फिलहाल वह कमेंट्री भी नहीं कर रहे हैं।
कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन ने सभी को आर्थिक रूप से प्रभावित किया है और ऐसे में चार करोड़ रूपये हरभजन के लिए बड़ी रकम है।
अन्य मामला
पैसों की लेन-देन के मामले में अजहरुद्दीन के खिलाफ हुई थी FIR
इसी साल जनवरी में पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ महाराष्ट्र के एक ट्रैवल एजेंट ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में उनके अलावा उनके सचिव और एक अन्य व्यक्ति का नाम भी शामिल था।
शिकायतकर्ता ने इन लोगों पर 21 लाख रूपये से अधिक की टिकट बुक कराने के बाद पेमेंट नहीं करने का आरोप लगाया था।
बाद में औरंगाबाद पुलिस ने माना था कि अजहरुद्दीन का नाम गलतफहमी के कारण आ गया था।