पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह के नाम दर्ज हैं ये शानदार रिकार्ड्स
पूर्व भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह शनिवार (12 दिसंबर) को 39 साल के हो गए हैं। साल 2007 का टी-20 विश्व कप हो या फिर 2011 में खेला गया वनडे विश्व कप, दोनों में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल में सबसे तेज अर्धशतक लगाया था। इसके अलावा भी उनके नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं। आइए एक नजर डालते हैं उनके शानदार रिकार्ड्स और आंकड़ों पर।
ऐसा रहा है युवराज का अंतरराष्ट्रीय करियर
लगभग 17 साल अंतरराष्ट्रीय लंबे करियर में युवराज सिंह ने खुद को मध्यक्रम में आक्रामक बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया। 304 वनडे मैचों में उन्होंने 36.55 की औसत से 8,701 रन बनाए, जिसमें 14 शतक भी शामिल थे। इसके अलावा उन्होंने अपने करियर में 1,900 टेस्ट और 1,177 टी-20 रन भी दर्ज किए। बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करने वाले युवराज ने 148 अंतरराष्ट्रीय विकेट के साथ अपना करियर समाप्त किया।
विश्व कप 2011 में 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बने युवराज
साल 2011 में भारत ने विश्व कप का खिताब जीता, जिसमें युवराज सिंह को 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया। उन्होंने नौ मैचों में 362 रन बनाए, जबकि गेंदबाजी में 15 विकेट हासिल किये। वह 300 से अधिक रन और 15 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाया और गेंदबाजी में पांच विकेट झटके। विश्व कप के एक मैच में अर्धशतक और पांच विकेट का कारनामा करने वाले युवराज इकलौते खिलाड़ी बने।
टी-20 विश्व कप में युवराज ने किया था कारनामा
पहला टी-20 विश्व कप साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका में खेला गया, जिसे धोनी की कप्तानी में भारत ने जीता। इस टूर्नामेंट में युवराज सिंह की जबरदस्त बल्लेबाजी देखने को मिली। इंग्लैंड के खिलाफ हुए मुकाबले में उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया। उस मैच में उन्होंने सिर्फ 12 गेंदों में ही अर्धशतक जड़ दिया, जो कि आज भी टी-20 इंटरनेशनल में सबसे तेज अर्धशतक है।
युवराज के नाम IPL में है ये शानदार रिकॉर्ड
IPL में युवराज बल्ले से प्रभाव छोड़ने में असफल रहे हों लेकिन उन्होने गेंदबाजी में कमाल किया है। वह IPL के एक सीजन (2009) में दो हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं। उनके नाम अमित मिश्रा (3) के बाद दूसरे सबसे ज्यादा हैट्रिक हैं।
युवराज ने कैंसर से जीती जंग
युवराज सिंह ने भारत को 28 साल के लम्बे अंतराल के बाद वनडे विश्व कप (2011) का खिताब दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बनने वाले युवराज तब कैंसर से पीड़ित थे। इसके बाद उन्होंने नौ हफ्तों की कीमोथेरेपी के माध्यम से कैंसर की जंग जीती और कुछ समय बाद क्रिकेट के मैदान में फिर से वापसी कर खेल जगत में जुझारूपन की मिशाल पेश की।