तीन शतक लगाकर हनुमा विहारी ने रचा इतिहास, भारतीय टीम के दरवाज़े पर फिर दी दस्तक
क्या है खबर?
घरेलू क्रिकेट में अपनी शानदार बल्लेबाज़ी से बड़े-बड़े खिलाड़ियों को टक्कर देने वाले हनुमा विहारी ने ईरानी कप में ऐसा कारनामा कर के दिखाया है, जो सचिन से लेकर विराट तक नहीं कर पाए हैं।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बेहतरीन बल्लेबाज़ी करने वाले विहारी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज़ से पहले भारतीय टीम के दरवाज़े पर एक बार फिर दस्तक दी है।
दरअसल, विहारी ईरानी कप में लगातार तीन शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं।
लगातार तीन शतक
इस तरह विहारी ने रचा इतिहास
ईरानी कप में विहारी ने शेष भारत की तरफ से खेलते हुए दूसरी पारी में भी शतक जमा दिया है। खबर लिखे जाने तक विहारी 137 रन बनाकर खेल रहे थे।
इससे पहले मैच की पहली पारी में भी विहारी ने 114 रनों की पारी खेली थी। वहीं पिछले साल भी उन्होंने ईरानी कप में 183 रनों की पारी खेली थी।
इस तरह हनुमा विहारी ईरानी कप में लगातार तीन शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं।
क्या आप जानते हैं?
दोनों पारियों में विहारी ने लगाए शतक
शेष भारत के लिए खेलते हुए विहारी ने दोनों पारियों में शतक लगा दिया है। इसके साथ ही वह ईरानी कप में दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ बन गए हैं। इससे पहले शिखर धवन ने 2011 में ये कारनामा किया था।
करियर
हनुमा विहारी का क्रिकेटिंग करियर
25 वर्षीय हनुमा विहारी ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। प्रथम श्रेणी के 69 मैचों में विहारी ने 57.52 की औसत से 5,465 रन बनाएं हैं।
प्रथम श्रेणी में विहारी का उच्चतम स्कोर 302 नाबाद है। 67 लिस्ट ए मैचों में विहारी के नाम 46.60 की औसत से 2,703 रन दर्ज हैं।
विहारी के इसी प्रदर्शन को देखते हुए टीम प्रबंधन ने उन्हें टेस्ट टीम में जगह दी है। 4 टेस्ट में विहारी ने 167 रन बनाएं हैं।
क्या आप जानते हैं?
जानिए क्या है ईरानी कप
ईरानी कप भारत की घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है, जिसे पहले ईरानी ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। इस कप का पहला मैच रणजी ट्रॉफी चैंपियन और शेष भारत (ROI) के बीच खेला जाता है। इस टूर्नामेंट की शुरूआत 1956-60 में हुई थी।