गेंद और पिच छोटी करने की बजाय सारे टेक्नीक और लाइव प्रसारण दीजिए- शिखा पाण्डेय
इसी महीने खबरें आई थीं कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए कुछ बदलाव करने पर विचार कर रही है। उन बदलावों में गेंद और पिच की लंबाई कम करने जैसे सुझाव शामिल थे। हालांकि, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार तेज गेंदबाज शिखा पाण्डेय ने इन सुझावों पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने ट्विटर पर बड़े थ्रेड में लिखा कि महिला क्रिकेट को निवेश और मार्केटिंग की जरूरत है।
ओलंपिक गोल्ड के लिए 100 की जगह 80 मीटर नहीं दौड़ती महिला धावक- शिखा
शिखा ने ट्विटर पर लिखा कि मैं महिला क्रिकेट को मशहूर करने के लिए काफी सारे सुझावों को देख रही हूं, लेकिन इनमें से अधिकतर सुझाव बेकार हैं। उन्होंने आगे लिखा, "ओलंपिक में 100 मीटर की महिला धाविका गोल्ड जीतने और पुरुष धावक से बराबरी के लिए 80 मीटर नहीं दौड़ती है। पिच की लंबाई कम करने का पूरा विचार सही नहीं है। इससे संभवतः डबल हेडर्स भी खत्म हो जाएंगे।"
इन खिलाड़ियों ने दी थी पिच और गेंद छोटी करने का सुझाव
न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान सोफी डिवाइन का कहना है कि महिला क्रिकेट में छोटी गेंद का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। भारत की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिगेज़ ने कहा था कि पिच को छोटा करके खेल को तेज किया जा सकता है। उन्होंने कहा था, "हमें इसको आजमाना चाहिए। यदि इससे खेल में सुधारा आ सकता है और यह खेल को आगे बढ़ा सकता है तो इसे जरूर आजमाना चाहिए।"
अपनी पावर हिटिंग से आपको चौंका चुके हैं हम- शिखा
50 टी-20 में 36 विकेट ले चुकी शिखा ने अपने ट्वीट्स की सीरीज़ में आगे कहा कि यदि गेंद को छोटा किया जा रहा है तो उन्हें इससे दिक्कत नहीं है, लेकिन इसके वजन को कम नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने लिखा, "बाउंड्री के बारे में बात मत करिए। हाल के समय में हमने अपनी पावर हिटिंग से आपको चौंकाया है तो याद रखिए कि यह केवल शुरुआत है और हम और भी अच्छे होंगे।"
बढ़ावा देने के लिए नियमों से छेड़छाड़ जरूरी नहीं- शिखा
52 वनडे में 73 विकेट ले चुकी शिखा ने आगे कहा कि रीव्यू, स्निको, हॉटस्पाट और अन्य सभी टेक्नीक को लगाने के साथ ही विश्व के किसी भी कोने में खेले जा रहे मैचों का लाइव प्रसारण देकर भी महिला क्रिकेट को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने लिखा, "खेल को सही तरीके से मार्केटिंग करके भी आगे बढ़ाया जा सकता है। हमें दर्शकों को खींचने के लिए नियमों के साथ छेड़छाड़ करने की जरूरत नहीं है।"