
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान टिम पेन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। उन्होंने तस्मानिया के लिए अपने करियर का आखिरी मुकाबला खेला।
मैच के अंतिम दिन सभी खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। इसके कारण वह काफी भावुक हो गए।
सैंडपेपर विवाद के बाद पेन टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व कर चुके हैं।
आइए उनके आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
करियर
कैसा रहा रहा है पेन का करियर
पेन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में 35 मैच, वनडे क्रिकेट में भी 35 मुकाबले और 12 टी-20 मैच खेल चुके हैं।
उन्होंने टेस्ट में 1,534 रन, वनडे में 890 रन और टी-20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए 82 रन बनाए हैं।
तीनों फॉर्मेट मिलाकर पेन ने सिर्फ 1 शतक लगाया है। टेस्ट में उन्होंने 9 अर्धशतक और वनडे में 5 अर्धशतक लगाए हैं।
टी-20 क्रिकेट में वह एक भी बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं रहे हैं।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट
कैसा रहा है पेन का फर्स्ट क्लास करियर?
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पेन को 154 मैच खेलने का मौका मिला है। इस दौरान उन्होंने 29.63 की औसत से 6,490 रन बनाए हैं।
उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 3 शतक और 35 अर्धशतक भी लगाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 215 रन का रहा है।
वह 731 चौके और 23 छक्के भी लगा चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने करियर में 517 कैच लपकने के साथ 23 स्टंप भी किए हैं।
लिस्ट-A
लिस्ट-A क्रिकेट में कैसा रहा है पेन का प्रदर्शन?
पेन ने 136 लिस्ट-A के मुकाबले खेले हैं और 33.36 की औसत से 3,971 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 8 शतक और 17 अर्धशतक लगाए हैं।
लिस्ट-A क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 134 रन का रहा है। उन्होंने इस दौरान 71.56 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
वह 15 बार नॉटआउट भी रहे हैं। लिस्ट-A क्रिकेट में पेन ने 183 कैच लिए हैं और 22 खिलाड़ियों को स्टंप आउट भी किया है।
कप्तानी
क्यों पेन ने छोड़ी थी कप्तानी?
पेन ने साल 2017 में एक महिला को अश्लील मैसेज और फोटो भेजे थे। जिसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने जांच की थी। उस समय उन्हें क्लीन चिट दी गई थी।
पिछले साल एशेज शुरू होने से ठीक पहले उन्होंने अचानक कप्तानी छोड़ दी थी। उनके अश्लील मैसेज और फोटो वायरल हो गए थे।
पेन ने 23 टेस्ट में कप्तानी की है और 11 मैच में जीत और 8 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा है।