उम्र छिपाने के दोषी पाए जा चुके हैं ये भारतीय क्रिकेटर्स
क्रिकेट के खेल में शुरु से ही खिलाड़ियों को अच्छा प्लेटफॉर्म देने के लिए कई ऐज ग्रुप टूर्नामेंट्स का आयोजन कराया जाता है। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को विश्व पटल पर लाने के लिए अंडर-19 विश्वकप जैसे बेहतरीन टूर्नामेंट्स का आयोजन किया जाता है जिसमें अच्छा प्रदर्शन करके युवा खिलाड़ी अपना टैलेंट साबित कर सकते हैं। हालांकि, कुछ खिलाड़ियों ने ऐज ग्रुप टूर्नामेंट में खेलने के लिए अपनी उम्र भी छिपाई है। एक नजर डालते हैं ऐसे ही पांच भारतीय क्रिकेटर्स पर।
दिल्ली के क्रिकेटर ने पांच साल कम बताई अपनी उम्र
अंडर-19 के कागजातों में उम्र में छिपाने के कारण दिल्ली के क्रिकेटर प्रिंस यादव को BCCI ने पिछले साल दो सीजन के लिए क्रिकेट से प्रतिबंधित किया था। CBSE में प्रिंस की जन्मतिथि 10 जून, 1996 थी तो वहीं उन्होंने जो जन्म प्रमाण पत्र सब्मिट किया था उसमें उनकी उम्र 12 दिसंबर, 2001 थी। BCCI ने यह भी कहा था कि फायदा लेने के लिए यादव ने कई जन्म प्रमाण पत्र बनवाए थे।
जम्मू-कश्मीर के गेंदबाज ने 17 साल बताई थी अपनी उम्र
2019 IPL की नीलामी में मुंबई इंडियंस द्वारा खरीदे जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज रसिख सलाम ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। रसिख ने बताया था कि वह 17 साल के हैं, लेकिन उनको देखकर कोई भी कह सकता था कि वह कम से कम 20-21 साल के होंगे। पिछले साल जून में जांच के बाद उन्हें उम्र छिपाने का दोषी पाया गया और उन पर दो साल का बैन लगा।
पासपोर्ट और BCCI रिकॉर्ड में पाया गया अंतर
2012 अंडर-19 विश्वकप में भले ही उनमुक्त चंद ने भारत को चैंपियन बनाया था, लेकिन उनसे पहले महाराष्ट्र के अंकित बावने भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले थे। उनके पासपोर्ट पर अंकित जन्मतिथि और BCCI के रिकॉर्ड्स की उनकी जन्मतिथि अलग-अलग थी। 17 दिसंबर और 01 सितंबर के इस अंतर ने उन्हें अंडर-19 विश्वकप के लिए अवैध बना दिया था। उन्होंने कहा था कि एजेंट की गलती से ऐसा हुआ और उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया था।
जन्मतिथि के लिए राणा के खिलाफ अभी भी चल रही है जांच
2015 में नितीश राणा उन 23 खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें BCCI ऐज ग्रुप टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने से बैन करने वाली थी। जन्मतिथि में अंतर पाए जाने के बाद राणा को बैन किया भी गया था। राणा पर तलवार अभी भी लटक रही है क्योंकि उनके खिलाफ जांच अभी जारी है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने काफी सफलता हासिल कर ली है और दिल्ली तथा कोलकाता नाइटराइडर्स का अहम हिस्सा हैं।
अंडर-19 विश्वकप में लगाया शतक, बाद में दो साल के लिए हुए बैन
2018 अंडर-19 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विजयी शतक लगाकर मनजोत कालरा ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। हालांकि, कुछ समय बाद पाया गया कि उन्होंने अपनी जन्मतिथि को लेकर गलत प्रमाण दिए थे। 2017 में BCCI ने कालरा को साफ घोषित किया था, लेकिन उनके खिलाफ जांच जारी था। बाद में पता चला था कि वह अंडर-19 विश्वकप खेलने योग्य नहीं थे और उन पर दो साल तक ऐज ग्रुप टूर्नामेंट खेलने से रोक लगा दी गई थी।