1 अक्टूबर से खेला जाएगा ईरानी कप का फाइनल मैच, जानिए प्रतियोगिता का इतिहास और आंकड़े
ईरानी कप का फाइनल मुकाबला सौराष्ट्र और शेष भारत की टीमों के बीच 1 अक्टूबर से राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। शेष भारत टीम की कमान हनुमा विहारी को सौंपी गई है। दूसरी तरफ सौराष्ट्र का नेतृत्व जयदेव उनादकट करते हुए नजर आएंगे। हर बार की तरह इस बार भी कुछ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इस घरेलू ट्रॉफी में खेलते हुए दिखाई देंगे। आइए इस प्रतियोगिता के इतिहास और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पर एक नजर डालते हैं।
ऐसी है दोनों टीमें
शेष भारत की टीम: हनुमा विहारी (कप्तान), केएस भरत, मयंक अग्रवाल, यश ढुल, शम्स मुलानी, साई सुदर्शन, सरफराज खान, पुलकित नारंग, सौरभ कुमार, यश दयाल, नवदीप सैनी, विदवथ कावरप्पा, आकाश दीप, रोहन कुन्नूमल, ध्रुव जुरेल। सौराष्ट्र की टीम: जयदेव उनादकट (कप्तान), चेतेश्वर पुजारा, शेल्डन जैक्सन, अर्पित वासवदा, हार्विक देसाई, धर्मेंद्रसिंह जड़ेजा, प्रेरक मांकड़, चिराग जानी, जय गोहिल, पार्थ भुट, विश्वराजसिंह जड़ेजा, समर्थ व्यास, युवराज सिंह डोडिया, कुशांग पटेल, स्नेल पटेल और देवांग करमता।
कैसा है ईरानी कप का इतिहास?
'ईरानी कप' की शुरुआत वर्ष 1959-60 में हुई थी। रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप के 25 वर्ष पूरे होने पर इस टूर्नामेंट की नींव रखी गई थी। इसका उद्देश्य घरेलू क्रिकेट को और अधिक रोचक बनाना था। इस टूर्नामेंट का नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पूर्व प्रशासक ZR ईरानी के नाम पर रखा गया था, जो BCCI में लंबे समय तक अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष समेत कई अहम पदों पर रहे।
ईरानी कप से जुड़ी अहम जानकारी
ईरानी कप भारत का एक घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट है, जो फर्स्ट क्लास प्रारूप के तहत खेला जाता है। शुरुआती वर्षों में इसे 'ईरानी ट्रॉफी' के नाम से जाना जाता था, बाद में BCCI की ओर से इसका नाम बदलकर 'ईरानी कप' रख दिया गया। यह क्रिकेट टूर्नामेंट हर साल वर्तमान रणजी ट्रॉफी विजेता टीम और शेष भारत टीम के बीच खेला जाता है।
शेष भारत की टीम ने जीते हैं 30 खिताब
ईरानी कप के अब तक 58 संस्करण खेले जा चुके है। शेष भारत की टीम 30 बार खिताब जीतकर इसकी सबसे सफल टीम है। टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल टीम मुंबई (पूर्व नाम बॉम्बे) है। शेष भारत ने 2006-07 से 2012-13 के बीच लगातार 7 बार इस टूर्नामेंट को जीता था। 1994-95 से लेकर 1998-99 तक शेष भारत को लगातार 5 बार हार का सामना करना पड़ा था।
अब तक केवल 2 बल्लेबाज बना पाए 1,000 से अधिक रन
ईरानी कप इतिहास में उच्चतम स्कोर (800/7) का रिकॉर्ड विदर्भ (2018) के नाम दर्ज है। इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड वसीम जाफर (1,294) के नाम दर्ज है। उनके बाद गुंडप्पा विश्वनाथ (1,001) हैं। अब तक ये दो ही बल्लेबाज 1,000 से अधिक रन बना सके हैं। सर्वाधिक विकेट लेने का रिकार्ड पद्माकर शिवालकर (51) के नाम दर्ज है, जो 50 से अधिक विकेट लेने वाले वे इकलौते गेंदबाज हैं। उनके बाद भगवत चंद्रशेखर (40) का नाम है।