
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज और उनके आंकड़े
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट को तकनीक, धैर्य और लंबी पारियों का खेल माना जाता है, लेकिन कुछ पारियां इस परिभाषा को बदल देती है। जब कोई बल्लेबाज कम गेंदों में दोहरा शतक पूरा करता है तो वह सिर्फ रिकॉर्ड नहीं तोड़ता, बल्कि खेल की रफ्तार को नई दिशा देता है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि टेस्ट में भी आक्रामकता का कितना बड़ा असर होता है। ऐसे में आइए सबसे कम गेंदों में दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाजों पर एक नजर डालते हैं।
#1
नाथन एस्टल (153 गेंदें)
पहले स्थान पर न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार बल्लेबाज नाथन एस्टल हैं। उन्होंने साल 2002 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ क्राइस्टचर्च में सिर्फ 153 गेंदों में दोहरा शतक जड़ दिया था। उन्होंने न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में कुल 222 रन बनाए थे। 168 गेंदों का सामना करते हुए इस खिलाड़ी ने 28 चौके और 11 छक्के लगाए थे। उनकी स्ट्राइक रेट 132.14 की रही थी। हालांकि, कीवी टीम वह मुकाबला 98 रन से हार गई थी।
#2
बेन स्टोक्स (163 गेंदें)
बेन स्टोक्स इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने साल 2016 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ सिर्फ 163 गेंदों में दोहरा शतक लगाया था। 198 गेंदों का सामना करते हुए इस खिलाड़ी ने 258 रन बना दिए थे। उनके बल्ले से 30 चौके और 11 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 130.30 की रही थी। स्टोक्स की पारी की मदद से इंग्लैंड ने 629/6 का स्कोर बना दिया था। वह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
#3
वीरेंद्र सहवाग (168 गेंदें)
तीसरे स्थान पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग हैं। उन्होंने साल 2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच में सिर्फ 168 गेंदों में दोहरा शतक पूरा कर लिया था। उन्होंने 254 गेंदों का सामना करते हुए कुल 293 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 40 चौके और 7 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 115.35 की रही थी। भारतीय टीम ने मुकाबला पारी और 24 रनों से जीता था।
#4
वीरेंद्र सहवाग (182 गेंदें)
इस सूची में चौथे स्थान पर भी सहवाग ही हैं। उन्होंने साल 2006 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ लाहौर टेस्ट में सिर्फ 182 गेंदों में दोहरा शतक लगा दिया था। उन्होंने उस मुकाबले में कुल 254 रन बनाए थे। 247 गेंदों का सामना करते हुए इस पूर्व खिलाड़ी के बल्ले से 47 चौके और 1 छक्का निकला था। उनकी स्ट्राइक रेट 102.83 की रही थी। वह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।