वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 300 विकेट चटकाने वाले गेंदबाज और उनके आंकड़े
क्या है खबर?
वनडे क्रिकेट के इतिहास में 300 विकेट का आंकड़ा छूना किसी भी गेंदबाज के लिए बड़ी उपलब्धि होती है, लेकिन इसे सबसे तेज हासिल करना एक अलग ही स्तर का कौशल, निरंतरता और फिटनेस मांगता है। बेहद प्रतिस्पर्धी वनडे प्रारूप में कुछ चुनिंदा गेंदबाजों ने कम से कम मैचों में यह मुकाम हासिल कर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। आइए जानते हैं उन दिग्गज गेंदबाजों के बारे में, जिन्होंने वनडे इतिहास में सबसे तेज 300 विकेट पूरे किए हैं।
#1
ब्रेट ली (171 वनडे)
पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज ब्रेट ली हैं। उन्होंने साल 2008 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ 300 विकेट पूरे किए थे। अपना पहला मुकाबला 2000 में खेलने वाले ली ने 8 साल और 172 दिन में ये उपलब्धि हासिल कर ली थी। इस खिलाड़ी का ये 171 वां वनडे मैच था। उन्होंने उस मुकाबले में 9 ओवर गेंदबाजी की थी और 1 मेडन ओवर के साथ 36 रन देकर 1 विकेट लिए थे।
#2
वकार यूनिस (186 वनडे)
वकार यूनिस इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 186 वनडे में अपने 300 विकेट पूरे किए थे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शारजाह में उन्होंने ये उपलब्धि हासिल की थी। वकार ने 300 विकेट पूरे करने के लिए 10 साल और 166 दिन का समय लिया था। उस मैच में उन्होंने 8 ओवर गेंदबाजी की थी और 39 रन देकर 2 विकेट चटकाए थे। पाकिस्तान को मैच में 67 रन से जीत मिली थी।
#3
ग्लेन मैक्ग्रा (200 वनडे)
तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के एक और पूर्व दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा हैं। उन्होंने साल 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ मेलबर्न में 300 विकेट पूरे किए थे। उन्होंने 200वें वनडे में ये कारनामा किया था। मैक्ग्रा को यहां तक पहुंचने के लिए 11 साल और 57 दिन लगे। उन्होंने उस मैच में 10 ओवर गेंदबाजी की थी और 3 मेडन ओवर के साथ 34 रन देते हुए 3 विकेट लिए थे। उस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 18 रन से जीत मिली।
#4
मुथैया मुरलीधरन (202 वनडे)
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने 300 विकेट 9 साल और 154 दिन का समय लेकर पूरा किया था। उन्होंने अपने 202 वें मुकाबले में ये कारनामा किया था। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2003 में मुरलीधरन ने अपने 300 विकेट पूरे किए थे। उन्होंने उस वनडे मैच में 10 ओवर गेंदबाजी की थी और 45 रन देकर 1 विकेट लिया था। श्रीलंका को 31 रन से जीत मिली थी।