भारतीय टीम के कोच पद पर बोले अनिल कुंबले, कहा- अंत अच्छा हो सकता था
पूर्व भारतीय कप्तान और भारत के लिए सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले अनिल कुंबले ने 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कोच का पद त्याग दिया था। खबरों में कहा गया था कि कुंबले ने कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेदों के कारण अपना पद छोड़ा था। पोम्मी म्बांग्वा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान कुंबले ने इस पर बातचीत की और उन्होंने कहा कि उनके सफर का अंत थोड़ा अच्छा हो सकता था।
भारतीय टीम के साथ अदभुत समय बिताया- कुंबले
म्बांग्वा के साथ बातचीत के दौरान कुंबले ने कहा कि उन्होंने कोच के रूप में अपने समय का लुत्फ उठाया और उन्हें किसी चीज का पछतावा नहीं है। उन्होंने आगे कहा, "मैं काफी खुश था कि मैंने भारतीय टीम के कोच का रोल लिया। यह शानदार था, भारतीय टीम के साथ मैंने जो एक साल बिताया वह अदभुत था। बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ रहना और दोबारा भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनना बेहतरीन अनुभव था।"
अंत थोड़ा अच्छा हो सकता था, लेकिन जो हुआ ठीक है- कुंबले
कुंबले ने बातचीत में आगे कहा कि एक कोच के रूप में आपको पता होना चाहिए कि कब आपको आगे बढ़ना है। उन्होंने आगे कहा, "हमने उस एक साल के समय में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मैं काफी खुश था कि कुछ सहयोग किया गया और किसी चीज का पछतावा नहीं था। मैं वहां से हटते समय भी खुश था। मैं जानता हूं कि अंत थोड़ा अच्छा हो सकता था, लेकिन जो भी हुआ ठीक है।"
ब्रेक लेना चाहता था, लेकिन परिवार ने कहा अप्लाई करने में क्या जा रहा- कुंबले
कुंबले ने बताया कि लगातार IPL में काम करने के बाद वह परिवार के साथ छुट्टी मनाने गए थे और वहां से वापस आने पर उन्हें भारत के कोच पद का ऑफर दिखा। उन्होंने आगे कहा, "मैंने अपनी पत्नी और बच्चों से पूछा कि क्या मैं इसके लिए अप्लाई करूं तो उन्होंने कहा कि अप्लाई करने में क्या जाता है। परिवार के साथ अच्छे संबंधों के कारण मैं जॉब हासिल करने में सफल रहा।"
कुंबले की कोचिंग में ऐसा रहा भारत का प्रदर्शन
24 जून 2016 को भारत का कोच बनने के बाद कुंबले की अगुवाई में भारत ने वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश को टेस्ट सीरीज़ हराया और घर में 19 मैचों तक अजेय रहने का रिकॉर्ड बनाया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को भी टेस्ट सीरीज़ हराया और इसके अलावा न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को वनडे सीरीज़ हराया। 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी का फाइनल हारने के बाद कुंबले ने अपना पद छोड़ दिया।