साहा ने बताया, इस भारतीय गेंदबाज के खिलाफ विकेटकीपिंग करना है सबसे कठिन
भले ही भारतीय चयनकर्ता ऋषभ पंत को सभी फॉर्मेट में एमएस धोनी का उत्तराधिकारी मान रहे हैं, लेकिन इस समय टेस्ट में रिद्धिमान साहा भारतीय टीम के फर्स्ट-च्वाइस विकेटकीपर हैं। साहा ने दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ होम टेस्ट सीरीज़ के सभी मुकाबले खेले थे। हालांकि, बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी टेस्ट में उनकी अंगुली में चोट लगी थी। अब साहा ने खुलासा किया है कि किस भारतीय गेंदबाज के खिलाफ उन्हें विकेटकीपिंग में सबसे ज़्यादा दिक्कत होती है।
बुमराह के खिलाफ विकेटकीपिंग करना सबसे मुश्किल- साहा
टेस्ट क्रिकेट में स्पिनर्स के खिलाफ विकेटकीपिंग करना ज़्यादातर विकेटकीपर्स के लिए मुश्किल होता है, लेकिन साहा को तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ सबसे ज़्यादा दिक्कत होती है। उन्होंने कहा, "बुमराह जिस एंगल के साथ गेंदबाजी करते हैं उससे उनके खिलाफ विकेटकीपिंग करना सबसे कठिन होता है। उनका एक एंगल होता है जिसमें बल्लेबाज गेंद को खेलता है और दूसरे में छोड़ता है। यही कारण है उनकी गेंदबाजी के दौरान हमेशा फोकस रहना पड़ता है।"
बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर सके थे साहा
साहा ने टेस्ट मैचों में विकेटकीपिंग तो खूब कमाल की है, लेकिन बल्लेबाजी में वह कुछ खास नहीं कर सके हैं। 2019 में खेले पांच टेस्ट में साहा ने कुल 18 शिकार किए जिसमें 17 कैच और एक स्टंपिंग शामिल है। बल्लेबाजी में उन्हें केवल चार पारियां खेलने का ही मौका मिला जिसमें उन्होंने 74 रन बनाए। 2019 में साहा का टेस्ट में सर्वोच्च स्कोर 24 रन का रहा।
सभी फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं साहा
साहा ने नवंबर 2014 में भारत के लिए अपना आखिरी लिमिटेड ओवर मुकाबला खेला था और तब से उन्हें दोबारा लिमिटेड ओवर टीम में शामिल होने का मौका नहीं मिला है। टेस्ट में लगातार अपनी जगह बनाए रखने वाले साहा सभी फॉर्मेट में खेलने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कोई भी केवल एक फॉर्मेट खेलकर संतुष्ट हो सकता है। यदि मुझे अन्य फॉर्मेट में खेलने का मौका मिलता है तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।"
न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट में फर्स्ट-च्वाइस होंगे साहा
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान साहा की अंगुली में चोट लगी थी जिसके बाद वह सर्जरी से गुजरे थे। फिलहाल साहा की चोट ठीक हो चुकी है और उनका लक्ष्य न्यूजीलैंड दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने पर होगा। चयनकर्ता भी साहा को टेस्ट सीरीज़ के लिए फर्स्ट-च्वाइस विकेटकीपर के रूप में देखेंगे। हालांकि, टेस्ट सीरीज़ के लिए ऋषभ पंत को विकेटकीपिंग विकल्प के रूप में रखा जा सकता है।
साहा का इंटरनेशनल करियर
2010 में इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले साहा का करियर लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में लिमिटेड ही रहा है। उन्होंने अब तक केवल नौ वनडे मैच खेले हैं जिसमें 41 रन बनाए हैं। साहा भारत के लिए टी-20 डेब्यू भी नहीं कर सके हैं। साहा ने अब तक 37 टेस्ट खेले हैं जिसमें 30 की औसत के साथ 1,238 रन बनाए हैं। टेस्ट में साहा ने तीन शतक और पांच अर्धशतक लगाए हैं।