लिमिटेड ओवर्स में जडेजा जैसे खिलाड़ियों को पसंद नहीं करता- संजय मांजरेकर
क्या है खबर?
पिछले साल क्रिकेट विश्व कप के दौरान रविंद्र जडेजा पर किए गए कमेंट के बाद से संजय मांजरेकर बुरी तरह फंसे थे।
यहां तक कि उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की कमेंट्री पैनल से भी बाहर कर दिया गया था।
अब मांजरेकर ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत सीरीज में कमेंट्री कर रहे हैं और एक बार फिर उन्होंने जडेजा पर बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि वह जडेजा जैसे क्रिकेटर्स को वनडे में नहीं देखना चाहते।
बयान
सफेद गेंद की क्रिकेट में जडेजा जैसे क्रिकेटर्स से दिक्कत है- मांजरेकर
द हिन्दू के साथ बातचीत के दौरान मांजरेकर ने कहा कि यदि आपके पास स्पेशलिस्ट हैं जो एक चीज में माहिर हैं तो आप अपनी टीम को उन खिलाड़ियों से भरे।
उन्होंने आगे कहा, "मुझे जडेजा से कोई दिक्कत नहीं है बल्कि मुझे सफेद गेंद की क्रिकेट में उनके जैसे खिलाड़ियों से दिक्कत है। यहां तक कि हार्दिक पंड्या भी मेरी टीम में नहीं होंगे। निश्चित तौर पर मैंने जडेजा को टेस्ट क्रिकेट में हमेशा अच्छी रेटिंग दी है।"
प्रदर्शन
पहले दोनों वनडे में ऐसा रहा है जडेजा का प्रदर्शन
जडेजा किसी एक क्षेत्र के विशेषज्ञ की बजाय ऑलराउंडर के तौर पर खेलते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने 10 ओवर में 63 रन दिए और बल्लेबाजी में 37 गेंदों में 25 रन बनाए थे।
दूसरे वनडे में भी उन्होंने 10 ओवर में 60 रन दिए और 11 गेंदों में 24 रन बनाए।
जडेजा दोनों जो मैचों में एक भी विकेट नहीं ले सके, वहीं बल्लेबाजी में भी वह बड़ी पारी नहीं खेल सके।
पुराना बयान
मांजरेकर ने जडेजा को बताया था टुकड़ों में प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी
मांजरेकर ने 2019 क्रिकेट विश्व कप के दौरान ट्विटर पर लिखा था कि जडेजा टुकड़ों में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं।
अपने ट्वीट में मांजरेकर ने लिखा था, 'जडेजा टुकड़ों में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं जो थोड़ी गेंदबाजी और थोड़ी बल्लेबाजी करते हैं और उन्हें मैं अपनी टीम में जगह नहीं देना चाहूंगा।'
इस ट्वीट के बाद से ट्विटर पर मांजरेकर की खूब फजीहत हुई थी और लोगों ने उन्हें आड़े हाथों लिया था।
वनडे करियर
वनडे में बल्ले से बेहद कम रहा है जडेजा का योगदान
जडेजा का वनडे करियर देखें तो बल्ले से उनका योगदान उतना नहीं रहा है जितना कि गेंद से रहा है।
167 वनडे मैच खेल चुके जडेजा 2,500 रन भी नहीं बना सके हैं और उनके नाम 12 अर्धशतक हैं।
दूसरी ओर गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने 187 वनडे विकेट झटके हैं। ऑलराउंडर के तौर पर यह प्रदर्शन सही तो है, लेकिन स्पेशलिस्ट खिलाड़ी एक क्षेत्र में इससे अच्छा प्रदर्शन करता।