इन खिलाड़ियों के लिए देवधर ट्राफी बन सकती है ऑस्ट्रेलिया दौरे का टिकट
घरेलू क्रिकेट के बड़े टूर्नामेंट देवधर ट्रॉफी में जहाँ एकतरफ खिताब के लिए इंडिया ए, बी और सी में जंग जारी है। वहीं दूसरी तरफ कुछ खिलाड़ियों में भारतीय टीम में जगह बनाने की भी होड़ लगी हुई है। देवधर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर जहाँ अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन और दिनेश कार्तिक भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद लगा रहें हैं। वहीं युवा बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी भारतीय टीम की कैप हासिल करने के लिए बेताब हैं।
टेस्ट में बेस्ट ये बल्लेबाज़ वनडे टीम से है बाहर
भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमन्द बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे फिलहाल वनडे और टी-20 में भारतीेय टीम का हिस्सा नहीं हैं। रहाणे ने अपना आखिरी वनडे फरवरी 2018 में और टी-20 मैच अगस्त 2016 में खेला था। वनडे में 4 नंबर पर बल्लेबाज़ी करने के लिए रहाणे कप्तान कोहली् की पहली पसन्द थे, लेकिन लगातार खराब फॉर्म के कारण वो भारतीय टीम से बाहर हैं। अब रहाणे की नज़रें देवधर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर वापस टीम में जगह बनाने पर होंगीं।
लंबे समय से इस खिलाड़ी को है टीम में वापसी की उम्मीद
लंबे वक्त से भारतीय वनडे और टी-20 टीम से बाहर चल रहे रविचंद्रन अश्विन मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख खिलाड़ी हैं। अश्विन ने अपना आखिरी वनडे जून 2017 में और टी-20 मैच जुलाई 2017 में खेला था। देवधर ट्रॉफी में अश्विन ने अब तक गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया है। अश्विन ने बल्लेबाज़ी करते हुए 2 पारियों में 57 रन और गेंदबाज़ी में एक पारी में 2 विकेट अपने नाम किये हैं।
कई बार टीम में इन/आउट हुआ है ये खिलाड़ी
घरेलू क्रिकेट और आई पी एल में दमदार प्रदर्शन करने वाले दिनेश कार्तिक ने अक्सर अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से सभी को निराश किया है। दिनेश कार्तिक अपने अन्तर्राष्ट्रीय करियर में कई बार टीम में इन और आउट हुए हैं। कार्तिक में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, निदहास ट्राफी के फाइनल में खेली उनकी मैच विनिंग पारी भला कौन भूल सकता है। देवधर ट्राफी में कार्तिक ने अब तक 2 पारियों में 131 रन बनायें हैं।
4 नंबर की रेस में फिट है ये युवा खिलाड़ी
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हनुमा विहारी ने 63 मैचों में 59.79 की औसत से 5142 रन बनाएं हैं, जिसमें 15 शतक और 24 अर्धशतक शामिल हैं। 2017-18 रणजी ट्रॉफी में विहारी ने 6 मैचों में 94 की औसत से 752 रन बनाए थे, जिसके बाद इन्हें भारतीय टेस्ट टीम में डेब्यू करने का मौका मिला। अपने डेब्यू टेस्ट मैच में विहारी ने अर्धशतकीय पारी भी खेली थी। देवधर ट्राफी में विहारी ने 2 पारियों में 163 रन बनायें हैं।
लंबे वक्त से नहीं मिली इस युवा खिलाड़ी को भारतीय टीम में जगह
घरेलू क्रिकेट इतिहास में किसी भी डोमेस्टिक सीजन में सबसे अधिक रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल को अभी तक भारतीय टीम में जगह नहीं मिल पाई है। कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने वाले मयंक ने पिछले रणजी ट्रॉफी के सत्र में 105.45 के लाजवाब औसत के साथ 8 मैचों में 1160 रन बनाए थे। हालांकि देवधर ट्राफी में मयंक का बल्ला अभी तक खामोश है, मयंक ने 2 पारियों में सिर्फ 70 रन बनायें हैं।