घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं कनेरिया, अब खटखटाया PCB का दरवाजा
एसेक्स के लिए खेलते हुए मैच-फिक्सिंग में फंसने वाले पाकिस्तानी लेग-स्पिनर दानिश कनेरिया फिर से घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को पत्र लिखा है और उनसे इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) से बात करने की गुजारिश की है। कनेरिया चाहते हैं कि PCB घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए उनकी मदद करे और उन्होंने इसके लिए अपनी लीगल टीम की सहायता ली है।
ACU से इजाजत दिलाने की है मांग
PCB के एहसान मनी को लिखे पत्र में उनके वकील ने बताया कि उनकी कमाई का इकलौता जरिया खत्म हो गया है और उन्हें काफी कठिनाइयों से गुजरना पड़ा है। आगे लिखा गया, "PCB के पास ACU चेयरमैन को पत्र लिखने की अथॉरिटी है और वे हमारे क्लाइंट की तरफ से उनसे घरेलू क्रिकेट में खेलने या फिर अन्य चीजों में शामिल होने की अनुमति मांग सकते हैं।"
गांगुली के प्रेसीडेंट बनने पर अपील करने के लिए तैयार हैं कनेरिया
इंडिया टीवी ने कनेरिया के हवाले से लिखा था कि ICC प्रेसीडेंट रोल के लिए गांगुली से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं है। गांगुली के ICC प्रेसीडेंट बनने पर अपने आजीवन बैन पर दोबारा अपील करने के बारे में पूछने पर कनेरिया ने कहा, "बिल्कुल, मैं गांगुली से अपील करूंगा और मुझे उम्मीद है कि ICC मुझे हर संभव मदद देने का काम करेगी।" कनेरिया ने यह भी कहा कि गांगुली को PCB की मदद की भी जरूरत नहीं होगी
लगातार PCB पर मदद नहीं करने का आरोप लगाते रहते हैं कनेरिया
61 टेस्ट में 261 विकेट लेने वाले कनेरिया लगातार इस बात को दोहराते रहे हैं कि PCB ने उनकी मदद नहीं की और उन्हें उनकी गलती से ज़्यादा सजा मिल रही है। वह लगातार कहते आ रहे हैं कि लेग-स्पिन की कला को वह देश में आगे बढ़ाना चाहते हैं। कनेरिया ने लगातार आरोप लगाया है कि PCB उनकी मदद नहीं ले रहा है और उन्हें कम से कम कोचिंग देने का ही मौका मिलना चाहिए।
मैच-फिक्सिंग वाले खिलाड़ियों के साथ अलग-अलग तरह पेश आई है PCB
2010 में इंग्लैंड दौरे पर सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर ने टेस्ट मैच में स्पॉट-फिक्सिंग की थी। इसके लिए उन्होंने जेल भी काटी और सभी पर बैन भी लगा। हालांकि, बोर्ड ने आमिर को पांच साल का बैन पूरा करते ही नेशनल टीम में बुला लिया। बट ने भी घरेलू क्रिकेट में वापसी कर ली, लेकिन आसिफ क्लब लेवल पर ही खेल रहे हैं। कनेरिया को तो वापसी करने का मौका ही नहीं मिला।