ओलंपिक खेलों में शामिल हो सकता है क्रिकेट, मुंबई में होगा फैसला
साल 2028 का ओलंपिक लॉस एंजेलिस में होने वाला है। पूरी दुनिया में क्रिकेट की दीवानगी को देखते हुए इस खेल को भी ओलंपिक में शामिल किया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) इसको लेकर अंतिम निर्णय मुंबई में ले सकता है। यहां 15 और 17 अक्टूबर को IOC की बड़ी बैठक होने वाली है। बता दें, हाल ही में एशियाई खेलों में भारत ने पहली बार क्रिकेट में हिस्सा लिया था और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
100 से अधिक सदस्य करेंगे वोटिंग
सीएनबीसी टीवी को दिए गए एक इंटरव्यू में IOC के अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा कि वह ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के पक्ष में हैं, लेकिन यह लॉस एंजेलिस पर निर्भर करता है क्योंकि वह मेजबान होगा। अगर वह इस खेल के आयोजन के लिए तैयार हैं तो इसके बाद IOC अंतिम फैसला लेगा। इसके लिए 100 से अधिक IOC सदस्य मुंबई में होने वाली बैठक में वोटिंग करेंगे।
शामिल किया जा सकता है टी-20 प्रारूप
IOC अध्यक्ष ने इंटरव्यू के दौरान यह भी सुझाव दिया कि क्रिकेट का टी-20 प्रारूप ओलंपिक के लिए सबसे उपयुक्त है। उन्होंने इंटरव्यू में कहा, "पारंपरिक क्रिकेट प्रारूप (टेस्ट या वनडे) की जगह टी-20 क्रिकेट प्रारूप में अगर ओलंपिक में क्रिकेट खेली जाए तो यह बेहतर होगा। पहले हम क्रिकेट को ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल नहीं कर सकते थे, लेकिन टी-20 प्रारूप के साथ यह बहुत हद तक संभव हो पाया है।"
सिर्फ 1 बार ओलंपिक में शामिल हुआ है क्रिकेट
सन 1900 के समर ओलंपिक में एकमात्र क्रिकेट मैच खेला गया था। फ्रांस में यह मैच ग्रेट बिटेन और मेजबान फ्रांस की टीम के बीच खेला गया था। इस मैच को ग्रेट ब्रिटेन ने जीता था। इसके बाद से क्रिकेट को ओलिंपिक में कभी शामिल नहीं किया गया। क्रिकेट के अलावा ओलंपिक में फ्लैग फुटबॉल, कराटे, किकबॉक्सिंग, बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, लैक्रोस, ब्रेकडांसिंग, स्कवैश और मोटस्पोर्ट जैसे खेलों को शामिल किया जा सकता है।
1904 में भी हुई थी कोशिश
अमेरिका के सेंट लुइस में 1904 के ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने की कोशिश की गई थी। हालांकि, खेलने के लिए कोई टीम नहीं मिली और इसे ओलंपिक से बाहर कर दिया गया था। उसके बाद क्रिकेट कभी इस खेल का हिस्सा नहीं बना।
लॉस एंजेलिस ओलंपिक में शामिल होने के क्या थे नियम?
लॉस एंजेलिस ओलंपिक में नए खेलों को शामिल करने से पहले IOC ने 3 शर्तों को सामने रखा था। पहली शर्त थी कि खेलों की मेजबानी लागत और आयोजन में कोई कठीनाई नहीं आए। दूसरी शर्त थी कि उन खेलों को शामिल किया जाए जिसमें सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स हों और साथ ही खेल में खिलाड़ियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा पहले नंबर पर हो। तीसरी शर्त थी कि ऐसे खेल को मौका मिले जिसकी दुनिया और मेजबान देश की रुचि हो।