क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान दौरा रद्द करने पर दी सफाई, कहा- मानवाधिकार नहीं है राजनीति
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) निक हॉकले ने अफगानिस्तान दौरा रद्द करने के मामले में महत्वपूर्ण बयान दिया है। CA ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) और उसके खिलाड़ियों की आलोचना के बावजूद दौरा रद्द करने के अपने के फैसले का दृढ़ता से बचाव किया। गौरतलब है कि CA ने गुरुवार को महिलाओं के अधिकारों को प्राथमिक कारण बताते हुए अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज को रद्द कर दिया था। आइये जानते हैं CA ने क्या कहा।
सरकार के साथ परामर्श के बाद लिया निर्णय- हॉकले
हॉकले ने कहा, "बुनियादी मानवाधिकार राजनीति नहीं है। यह स्पष्ट रूप से एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और दुखद स्थिति है। हमने इस निर्णय को हल्के में नहीं लिया और हमारी सरकार के साथ व्यापक परामर्श किया।" उन्होंने आगे कहा, "हम सीरीज खेलने के लिए आशान्वित थे और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ नियमित रूप से बातचीत कर रहे हैं, हालांकि नवंबर के अंत में और दिसंबर के अंत में तालिबानी गतिविधियों के कारण हमनें सीरीज न खेलने का निर्णय लिया।"
तालिबान के फैसले की निंदा करते हैं- हॉकले
हॉकले ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "हम दुनिया भर में महिलाओं और पुरुषों के लिए बढ़ते खेल का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने आगे कहा, '"हम आशा करते हैं कि अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के लिए भविष्य में स्थितियां बेहतर होंगी। ऐसा होने पर हम भविष्य में द्विपक्षीय क्रिकेट को फिर से शुरू कर सकते हैं। हम विश्वविद्यालयों में महिलाओं पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा करते हैं।"
कहां से हुई विवाद की शुरुआत?
अफगानिस्तान की तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले महीने एक फरमान जारी कर महिलाओं के विश्वविद्यालयों में जाने पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा लड़कियों को मार्च से हाई स्कूल में भाग लेने से रोक दिया गया था। तालिबान ने महिलाओं के जिम और पार्कों में भी जाने पर पाबंदी लगा रखी है। इस दमनकारी निर्णय का अफगानिस्ता की महिलाओं की शिक्षा पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। इस आदेश की दुनियाभर में आलोचना हो रही है।
राशिद खान ने क्या कहा
दौरा रद्द होने की सूचना मिलते ही स्टार स्पिनर राशिद खान हरकत में आ गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मुझे अपने देश के लिए खेलने पर गर्व है। अगर ऑस्ट्रेलिया के लिए अफगानिस्तान से खेलना असहज है तो मैं किसी को भी BBL में रहकर असहज नहीं करना चाहता। मैं टूर्नामेंट में अपने भविष्य को लेकर गंभीरता से सोच रहा हूं।" यहां यह जानना आवश्यक है कि पूर्व में राशिद ने महिला क्रिकेटर्स का समर्थन किया था।
CA के फैसले से ACB नाराज
ACB ने CA के इस निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इस फैसले को 'अनुचित और निंदनीय' बताया था। गौरतलब है कि तालिबान सितंबर, 2021 से जब से अफगानिस्तान में सत्ता में आया है, उसके बाद से ही मनमानी कर रहा है। सत्ता पर काबिज होने के तुरंत बाद उसने खेलों में महिलाओं की भागीदारी पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए थे। अफगानिस्तान एकमात्र ICC सदस्य है जिसके पास महिला टीम नहीं है।