IPL में कप्तान के तौर पर कैसा है अय्यर का प्रदर्शन? पढ़िए आंकड़ों समेत पूरा विश्लेषण
युवा श्रेयस अय्यर का कप्तान के तौर पर यह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में तीसरा सीजन होने वाला है। अय्यर ने 2018 में बीच सीजन टीम की कमान संभाली थी और लगातार टीम के प्रदर्शन में सुधार लाने का काम किया है। बल्लेबाज के तौर पर तो अय्यर लंबे समय से प्रभावित करते आ रहे हैं, लेकिन अब कप्तानी में भी वह छाप छोड़ रहे हैं। एक नजर डालते हैं अय्यर की कप्तान के तौर पर मजबूती और रिकॉर्ड्स पर।
गंभीर की जगह सीजन के बीच में कप्तान बने थे अय्यर
अय्यर को 2018 सीजन के बीच में ही गौतम गंभीर को हटाकर दिल्ली का कप्तान बनाया गया था। दिल्ली की टीम पहले छह में से पांच मैच गंवा चुकी थी और अय्यर के कप्तान बनने के बाद उन्होंने आठ में से चार मैच जीते थे। पिछले सीजन अय्यर की कप्तानी में टीम सात साल में पहली बार प्ले-ऑफ में पहुंची थी। कप्तान के तौर पर अय्यर ने 24 में से 14 मैच जीते हैं।
अय्यर के नाम हैं ये रिकॉर्ड्स
23 साल 142 दिन की उम्र में वह दिल्ली की कप्तानी करने वाले सबसे युवा कप्तान हैं। इसके साथ ही वह लीग के चौथे सबसे युवा कप्तान भी हैं। 2015 में अपने पहले सीजन में वह सबसे ज्यादा रकम हासिल करने वाले अनकैप्ड खिलाड़ी बने थे। 14 मैचों में 439 रन बनाकर वह सीजन के एमर्जिंग प्लेयर भी बने थे। वह दिल्ली के लिए तीसरे सबसे अधिक (1,681) रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
इस सीजन ये रिकॉर्ड्स बना सकते हैं अय्यर
कप्तान के तौर पर अय्यर 24 मैचों में 723 रन बना चुके हैं और दिल्ली के लिए 1,000 रन बनाने वाले पहले कप्तान बन सकते हैं। गौतम गंभीर ने 25 मैचों में दिल्ली की कप्तानी की है और अब अय्यर के पास उनसे आगे निकलकर दूसरे सबसे ज्यादा मैचों में दिल्ली की कप्तानी करने का मौका होगा। 1,681 रन बना चुके अय्यर लीग में अपने 2,000 रन भी पूरे कर सकते हैं।
बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर अय्यर की खूबियां
बल्लेबाज के तौर पर अय्यर ओपनिंग से लेकर चार नंबर तक कहीं भी खेल सकते हैं और हर जगह वह तेजी के साथ रन बनाने में सक्षम हैं। अय्यर स्पिन और तेज दोनो गेंदबाजों को बेहतर खेलते हैं और कप्तान के तौर पर वह कोहली की तरह फ्रंट से लीड करते हैं। कप्तानी की स्किल की बात करें तो अय्यर प्रेशर वाले माहौल में नर्वस नहीं होते हैं और अपने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताते हैं।