चेन्नई टेस्ट: भारत की पहली पारी 337 पर सिमटी, इंग्लैंड के पास मजबूत बढ़त
क्या है खबर?
चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड की 578 के जवाब में भारत ने पहली पारी में 337 रन बनाए हैं।
पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड ने 241 रनों की मजबूत बढ़त हासिल की है।
भारत की ओर से पहली पारी में पंत, पुजारा और सुंदर ने अर्धशतक लगाए हैं। वहीं, इंग्लैंड की ओर से डोमिनिक बेस ने सर्वाधिक चार विकेट लिए हैं।
आइए भारत की पारी पर एक नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
इंग्लैंड ने बनाए थे 578 रन
इंग्लैंड ने पहली पारी में 578 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था।
जो रूट (218) ने इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक रन बनाए और पहले दो दिन बल्लेबाजी की।
उनके अलावा डॉमिनिक सिब्ली (87) और बेन स्टोक्स (82) ने भी अच्छी पारियां खेली।
भारत के लिए जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने सबसे अधिक 3-3 विकेट हासिल किए। शाहबाज नदीम और इशांत शर्मा ने भी दो-दो विकेट चटकाए।
साझेदारी
अश्विन और सुंदर ने की अहम साझेदारी
कल के स्कोर 256/6 से आगे बल्लेबाजी करने उतरे अश्विन और सुंदर ने चौथे दिन पहले सत्र में निरंतर रन बटोरे और टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचाया।
दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 80 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
अच्छी बल्लेबाजी कर रहे अश्विन 31 रन बनाकर 305 के स्कोर पर आउट हुए। उन्हें स्पिन गेंदबाज जैक लीच ने विकेटकीपर बटलर के हाथों कैच आउट करवाया।
अश्विन ने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया।
वाशिंगटन सुंदर
सुंदर ने लगाया दूसरा अर्धशतक
गेंदबाजी में प्रभाव छोड़ने में नाकाम वाशिंगटन सुंदर ने अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीता।
बाएं हाथ के बल्लेबाज सुंदर ने 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 85 रन बनाए और दूसरा अर्धशतक लगाया।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे में गाबा में खेले गए आखिरी टेस्ट में भी उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली थी।
सुंदर ने अपने अब तक के टेस्ट करियर के तीनों पारियों में 62, 22 और 85* के स्कोर किए हैं।
जानकारी
सुंदर ने हासिल की ये उपलब्धि
सुंदर की यह भारतीय जमीं पर पहली पारी थी, जिसमें उन्होंने अर्धशतक लगाया है। वह कुल आठवें भारतीय बल्लेबाज बने है, जिन्होंने विदेश और भारत में पहली पारी में अर्धशतक बनाया हो। उन्होंने विदेश (गाबा) में डेब्यू पारी में 62 रन बनाए थे।
फॉलओन
पहली बार कोहली की कप्तानी में हुई ये घटना
पहली पारी में मिली मजबूत बढ़त (241) के बावजूद इंग्लैंड ने भारत को फॉलओन पर खेलने के लिए मजबूर नहीं किया।
आखिरी बार इंग्लैंड ने 2014 में 239 रनों की बढ़त के बावजूद ऐसा किया था।
इसके अलावा भारत में ऐसा आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका ने 2009-10 में 325 रनों के बढ़त के बावजूद किया था।
कोहली की कप्तानी में पहली बार ऐसा हुआ है, जब फॉलओन के बावजूद भारत दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए नहीं आया है।
उपलब्धि
लंच तक इंग्लैंड के खोया पहला विकेट, अश्विन ने हासिल किया ये मुकाम
चौथे दिन के लंच तक इंग्लैंड ने 1/1 का स्कोर बनाया है। दूसरी पारी की पहली गेंद में अश्विन ने रोरी बर्न्स को पवेलियन का रास्ता दिखाया है।
इसके साथ ही अश्विन टेस्ट पारी की पहली गेंद में विकेट लेने वाले पहले भारतीय और कुल तीसरे स्पिनर बने हैं।
बता दें उनसे पहले इंग्लैंड के बॉबी पील (1888) और दक्षिण अफ्रीका के अल्बर्ट वोगलर (1907) ऐसा कारनामा कर चुके हैं।