उमर अकमल को बड़ी राहत, CAS ने 18 महीने के बैन को घटाकर एक साल किया

18 महीनों का बैन झेल रहे पाकिस्तानी क्रिकेटर उमर अकमल को बड़ी राहत मिली है। दरअसल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन (CAS) ने अकमल पर लगे बैन को एक साल का कर दिया है। इसका मतलब है कि अब अकमल बैन से मुक्त हो गए हैं क्योंकि एक साल का बैन उन्होंने 20 फरवरी, 2020 को ही पूरा कर लिया था। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पास जमा अकमल के दो मोबाइल अभी उन्हें वापस नहीं मिले हैं।
पिछले साल की शुरुआत से ही लगातार मुश्किलों में चल रहे अकमल को PCB की अनुशासनात्मक पैनल ने अपनी सुनवाई के बाद 27 अप्रैल, 2020 को तीन साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था। अकमल पर एक सट्टेबाज से मिलने और मैच फिक्स करने की बातचीत करने तथा PCB के एंटी करप्शन कोड को दो बार तोड़ने का आरोप लगा था। 19 मई, 2020 को अकमल ने प्रतिबंध कम कराने के लिए अपील दायर की थी।
अपील पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज फकीर मोहम्मद खोखर ने अकमल की सजा को घटाकर 18 महीनों का कर दिया था। अकमल का तर्क था कि पहले के समय में इसी तरह की गलती करने वाले कुछ अन्य क्रिकेटर्स को काफी हल्की सजा दी गई थी तो फिर उन्हें इतनी कड़ी सजा क्यों मिली है। 2017 में मोहम्मद इरफान को छह महीने और मोहम्मद नवाज को केवल दो महीने के लिए बैन किया गया था।
पिछले साल PSL की शुरुआत से ठीक पहले परेशानी में फंसने वाले अकमल अब प्रतियोगी क्रिकेट में वापसी करने योग्य हो गए हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह फिलहाल चल रही PSL में किसी तरह अपनी जगह बना सकेंगे या नहीं।
क्रिकेट में सट्टेबाजी के लिए आजीवन बैन झेलने और जेल जाने वाले पहले क्रिकेटर सलीम मलिक पाकिस्तान के ही थे। उनके अलावा 2000 में ही अताउर रहमान पर भी आजीवन बैन लगा था। सलीम से 2008 और रहमान से 2006 में आजीवन बैन हटा लिया गया था। मोहम्मद आमिर, सलमान बट और मोहम्मद आसिफ फिक्सिंग के लिए लंबा बैन और जेल दोनों झेल चुके हैं। दानिश कनेरिया पर आजीवन बैन लगा है।
अकमल अब तक 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी-20 खेल चुके हैं। टेस्ट में उन्होंने एक शतक और छह अर्धशतक लगाकर 1,003, वनडे में 20 अर्धशतक और दो शतक लगाकर 3,194 और टी-20 में आठ अर्धशतक लगाकर 1,690 रन बनाए हैं।