रोहित शर्मा ही नहीं, ये बड़े कप्तान भी कर चुके हैं खुद को टीम से बाहर
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने शुक्रवार को आश्चर्यजन रूप से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ सिडनी में शुरू हुए 5वें और अंतिम टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर लिया।
रोहित की जगह जब जसप्रीत बुमराह टॉस के लिए आए तो मैदान पर मौजूद सभी दर्शकों सहित तमाम प्रशंसक चौंक गए।
इस बीच आइए उन कप्तानों के बारे में जानते हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने का विकल्प चुना है।
#1
रोहित ने अपनी खराब फॉर्म के चलते उठाया कदम
रोहित ने लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद खुद को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने का निर्णय किया है।
वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में खेले गए 3 टेस्ट मैचों की 5 पारियों में केवल 31 रन ही बना सके हैं। इसी के चलते उन्होंने खुद को अंतिम एकादश से बाहर कर खुद की जगह शुभमन गिल को मौका देने का फैसला लिया है।
इसके साथ ही रोहित खुद को अंतिम एकादश से बाहर करने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं।
#2
मिस्बाह उल हक ने 2014 में खुद को किया था टीम से बाहर
रोहित का यह निर्णय पूर्व में अन्य अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कप्तानों द्वारा उठाए गए इसी प्रकार के कदमों की याद दिलाता है।
साल 2014 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिस्बाह उल हक ने अपने प्रदर्शन की आलोचना होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से खुद को हटा लिया था।
पूर्व बल्लेबाज 0 और 15 के स्कोर के बाद तीसरे और अंतिम मैच में नहीं खेले थे। उनकी अनुपस्थिति में शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान का नेतृत्व किया था।
#3
दिनेश चांदीमल भी उठा चुके हैं यह कदम
टी-20 विश्व कप 2014 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान दिनेश चांदीमल ने भी नॉकआउट मैच में न खेलने का ऐसा ही चौंकाने वाला निर्णय किया था।
श्रीलंका टीम प्रबंधन का यह कदम रणनीतिक था क्योंकि चांदीमल के बाहर होने के बाद लसिथ मलिंगा ने कप्तानी संभाली और टीम को फाइनल में भारत के खिलाफ जीत दिलाई।
यह उदाहरण दर्शाता है कि कैसे स्वयं को हटाना कभी-कभी अपनी टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है।
#4
माइक डेनेस ने एशेज मैच में खुद को किया था बाहर
साल 1974-75 में एशेज सीरीज में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को पहले 2 मैचों में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था, जबकि तीसरा मैच ड्रॉ रहा।
तत्कालीन इंग्लैंड के कप्तान माइक डेनेस के बल्ले से रन ही नहीं निकल रहे थे। ऐसे में उन्होंने चौथे टेस्ट से खुद को बाहर रखने का फैसला किया था।
उसके बाद टोनी ग्रेग ने कप्तानी संभाली, लेकिन टीम को हार ही झेलनी पड़ी। हालांकि, 5वें टेस्ट में डेनेस टीम में लौट आए थे।
सवाल
क्या रोहित ने अपना आखिरी टेस्ट खेल लिया है?
रोहित की हालिया फॉर्म चिंता का विषय है। उन्होंने सितंबर से अब तक 8 टेस्ट मैचों में केवल 164 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में उनका प्रदर्शन विशेष रूप से निराशाजनक रहा क्योंकि भारत को 0-3 से करारी हार का सामना करना पड़ा था।
इस निर्णय के बाद अब कई लोगों का मानना है कि रोहित का टेस्ट करियर खत्म हो गया और वह अपना आखिरी टेस्ट खेल चुके हैं।