बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: ऑस्ट्रेलिया में इन खिलाड़ियों ने की सबसे बड़ी साझेदारियां
भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जल्द शुरू होने वाली है। पर्थ में 22 नवंबर से सीरीज का पहला टेस्ट खेला जाएगा। पिछले कुछ सालों में दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबले देखने को मिले हैं। इस दौरान कुछ बड़ी पारियां और कुछ उम्दा साझेदारियां देखने को मिली है। इस बीच ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए टेस्ट मैचों की सबसे बड़ी साझेदारियों पर एक नजर डालते हैं।
माइकल क्लार्क और रिकी पोंटिंग (386 रन, एडिलेड, 2012)
माइकल क्लार्क और रिकी पोंटिंग ने 2012 में भारत-ऑस्ट्रेलिया मैचों में अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी की है। एडिलेड में भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के 84/3 के स्कोर के बाद दोनों ने 386 रन जोड़े। क्लार्क (210) और पोंटिंग (221) दोनों ने दोहरे शतक लगाए और ऑस्ट्रेलिया ने 604/7 के स्कोर पर पारी घोषित की। आखिरकार मेजबान टीम ने मैच 298 रन से जीता और 4-0 से सीरीज पर कब्जा जमाया था।
वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर (353 रन, सिडनी, 2004)
वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर ने भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैचों में 350 से ज्यादा रन की साझेदारी की थी। इस भारतीय जोड़ी ने 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट की पहली पारी में 353 रन की साझेदारी की थी। भारत ने 705/7 के स्कोर पर पारी घोषित की, जिसमें तेंदुलकर ने 241 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली थी। लक्ष्मण ने 178 रनों की शानदार पारी खेली थी। वो मैच आखिरकार ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
माइकल हसी और माइकल क्लार्क (334* रन, सिडनी, 2012)
साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी के टेस्ट में भारत को पारी और 68 रनों से हराया था। मेजबान टीम ने 659/4 रन बनाने से पहले भारत को 191 रनों पर आउट कर दिया था। पोंटिंग (134), क्लार्क (329*) और माइकल हसी (150*) ने शतक जड़े थे। विशेष रूप से, क्लार्क और हसी ने नाबाद 334 रन की साझेदारी की थी। भारत ने दूसरी पारी में बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन 400 रन ही बना सके थे।
राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण (303 रन, एडिलेड, 2003)
राहुल द्रविड़ और लक्ष्मण ने एडिलेड टेस्ट में पहली पारी के दौरान पांचवें विकेट के लिए 303 रन की साझेदारी की थी। द्रविड़ ने 233 रन और लक्ष्मण ने 148 रन की पारी खेली थी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 556 रन के जवाब में अपनी पहली पारी में 523 रन बनाए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 196 पर सिमट गई थी और भारत ने 4 विकेट से मैच जीता था।