बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25: बेहद खराब फॉर्म में चल रहे हैं मार्नस लाबुशेन, जानिए उनके आंकड़े
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट में 295 रन से करारी शिकस्त मिली थी। मेजबान टीम की हार का प्रमुख कारण बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन रहा था। पर्थ टेस्ट में कंगारू टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे। वह इस समय बेहद खराब फॉर्म में चल रहे हैं। आइए उनके हालिया प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
पर्थ टेस्ट में लाबुशेन ने बनाया था ये अनचाहा रिकॉर्ड
लाबुशेन ने पर्थ टेस्ट की अपनी पहली पारी में 52 गेंदों का सामना करते हुए 2 रन बनाए थे। इस खराब बल्लेबाजी के बीच उनकी स्ट्राइक रेट 3.84 की रही थी। वह ऑस्ट्रेलिया से एक पारी में सबसे धीमी बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी बन गए थे। उन्होंने स्टीवन ओकीफ का पिछला रिकॉर्ड (स्ट्राइक रेट- 4.08) तोड़ा था। वह अपनी दूसरी पारी में 5 गेंदों पर सिर्फ 3 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे।
पिछली 10 टेस्ट पारियों में लगाया सिर्फ एक अर्धशतक
अपनी पिछली 10 टेस्ट पारियों में लाबुशेन ने एक मात्र अर्धशतक बनाया है। वह अपनी ज्यादातर पारियों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे। उन्होंने मार्च 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 90 रन बनाए थे। अपनी पिछली 10 टेस्ट पारियों में लाबुशेन के स्कोर 10, 1*, 3, 5, 1, 2, 90, 6, 2 और 3 हैं। उन्होंने इन पारियों में 13.66 की निराशाजनक औसत से कुल 123 रन बनाए हैं।
पिछले 2 सालों में लगाया है सिर्फ एक शतक
लाबुशेन ने अपना पिछला टेस्ट शतक जुलाई 2023 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ लगाया था। उन्होंने बीते साल 13 टेस्ट की 25 पारियों में 34.91 की औसत के साथ 803 रन बनाए थे। उन्होंने एक शतक के अलावा 4 अर्धशतक लगाए थे। इस साल अब तक लाबुशेन ने 6 टेस्ट की 12 पारियों में 24.50 की औसत से 245 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 3 अर्धशतक लगाए हैं।
ऐसा है लाबुशेन का टेस्ट करियर
लाबुशेन ने 2018 में अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था। लगभग 6 साल लम्बे टेस्ट करियर में उन्होंने 51 मैच खेले हैं, जिसकी 91 पारियों में 48.45 की औसत के साथ 4,119 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 11 शतक और 20 अर्धशतक लगाए हैं। वह अपने टेस्ट किरयर में अब तक 2 दोहरे शतक भी लगा चुके हैं। उनका टेस्ट में सर्वोच्च स्कोर 215 रन है, जो न्यूजीलैंड के खिलाफ आया था।