BCCI एंटी करप्शन यूनिट के चीफ बोले- छोटे खिलाड़ियों को अपना निशाना बना रहे हैं बुकी
क्या है खबर?
'जेंटलमैन का गेम' कहे जाने वाले क्रिकेट में एक बार फिर फिक्सिंग का दाग लगा है। इस बार तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) से मैच फिक्सिंग की खबर आई है, जिसके बाद BCCI की एंटी करप्शन यूनिट ने जांच शुरु कर दी है।
बता दें कि इस मामले की पूरी जांच BCCI की एंटी करप्शन यूनिट के चीफ अजीत सिंह शेखावत कर रहे हैं।
शेखावत का मानना है कि भारत में छोटी क्रिकेट लीग्स में सट्टेबाज़ी बहुत ज्यादा बढ़ गई है।
बातचीत
सट्टेबाज़ खुद भी क्रिकेट लीग का आयोजन करते हैं- शेखावत
ACU चीफ अजीत सिंह शेखावत ने कहा, "टूर्नामेंट के प्रोफाइल में बुकीज की दिलचस्पी नहीं है, उनके लिए महत्वपूर्ण बात यह है कि खेल टेलीकास्ट होते हैं या नहीं, इससे सट्टेबाजी में आसानी होती है। इस उद्देश्य के लिए वे अपने स्वयं के लीग का आयोजन करते हैं और उन्हें प्रसारित करने के लिए टीवी चैनलों को भुगतान करते हैं।"
ACU ने टी-20 मुंबई लीग, कर्नाटक प्रीमियर लीग और TNPL के खिलाड़ियों से इस बारे में पूछताछ शुरू की है।
सट्टेबाज़ी
क्रिकेट शर्त लगाने के कई मौके देता है- शेखावत
शेखावत ने कहा, "सट्टेबाज़ किसी भी चीज़ पर दांव लगाते हैं। यदि आप राजस्थान और गुजरात जाए, तो आप देखेंगे कि वे शर्त लगाने के लिए कारण खोजते रहते हैं। क्रिकेट आपको शर्त लगाने के इतने सारे मौके देता है, हर गेंद पर इतने सारे विकल्प हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "छोटी लीग में खेलने वाले स्थानीय खिलाड़ी सबसे कमजोर हैं। वहीं बड़े खिलाड़ी इन चीज़ों में शामिल नहीं होंगे। बुकी शायद छोटे खिलाड़ियों को ही संपर्क में लेना चाहेंगे।"
जांच
जांच में मदद कर रहा है कर्नाटक प्रीमियर लीग
शेखावत इस बात से संतुष्ट हैं कि कर्नाटक प्रीमियर लीग जांच में मदद कर रहा है, लेकिन सभी राज्य संघ ऐसा नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन रक्षात्मक हो गया है, क्योंकि उन्होंने इस मामले को आगे नहीं बताया। जब आप गलत होते हैं, तो आप डिफेंसिव हो जाते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मुंबई लीग के बारे में हमने जांच शुरू की है, देखते हैं कि पूछताछ में क्या सबूत मिलते हैं, उसके बाद हम फैसला करेंगे।"
विवाद
इस तरह सामने आया था पूरा मामला
दरअसल, BCCI की एंटी करप्शन यूनिट ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में शामिल सट्टेबाजी के एक बड़े गिरोह का पता लगाया था।
एंटी करप्शन यूनिट की शुरुआती जांच में यह आशंका जताई गई थी कि इस प्रकरण में भारतीय टीम से जुड़ा एक खिलाड़ी, IPL में नियमित रूप से खेलने वाला एक खिलाड़ी और एक रणजी का कोच शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सट्टेबाजों ने TNPL के एक फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर इस गतिविधि को अंजाम दिया था।
पुराना मामला
भारतीय महिला खिलाड़ी से भी हुई थी मैच फिक्सिंग की कोशिश
हाल ही में खबर आई थी कि भारतीय महिला खिलाड़ी के साथ भी इस साल के शुरुआत में मैच फिक्सिंग की कोशिश की गई थी।
ACU ने बीते सोमवार को इस मामले में दो लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई है।
हालांकि, ACU ने महिला खिलाड़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, यहां तक उस खिलाड़ी का नाम तक नहीं लिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, महिला खिलाड़ी को प्रति मैच 1 लाख रुपये का ऑफर दिया था।